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नई दिल्ली: मुंबई में कोरोना (Covid-19) संक्रमण का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक डॉक्टर 3-3 बार वायरस की चपेट में आ चुकी है. यही नहीं चौंकाने वाली बात यह है कि डॉक्टर ने वैक्सीन की दोनों डोज भी लगवाई थीं. अब इसके बाद डॉक्टर सृष्टि हलारी (Shrushti Halari) का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के कलेक्ट किया गया है, जिसकी स्टडी की जाएगी.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर सृष्टि हलारी पहली बार जून 2020 में कोरोना वायरस की चपेट में आईं थी. इसके बाद उन्होंने अप्रैल 2021 तक वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली थीं. इसके बावजूद वह फिर से 29 मई को कोरोना पॉजिटिव पाई गईं. हालांकि इस दौरान उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण थे और घर पर रहकर ही वह ठीक भी हो गईं.
दो बार संक्रमित होने के बाद भी कोरोना वायरस ने डॉक्टर सृष्टि का पीछा नहीं छोड़ा और 11 जुलाई को वह तीसरी बार वायरस से संक्रमित हो गईं. चौंकने वाली बात यह है कि अप्रैल में ही उनके साथ पूरी परिवार का वैक्सीनेशन किया जा चुका था, उसके बाद भी दो-दो बार वायरस ने उन्हें अपना शिकार बना लिया.
बीएमसी के वीर सावरकर अस्पताल के कोविड वार्ड (Covid Ward) में ड्यूटी करने वाली 26 साल की सृष्टि के केस ने हर किसी को हैरान कर दिया है. डॉक्टर यह पता लगाने में जुटे हैं कि कहीं यह कोरोना का कोई नया स्ट्रेन तो नहीं है. किसी एक व्यक्ति का साल भर में 3 बार कोरोना की चपेट में आना सभी के लिए चौंकाने वाली बात है.
डॉक्टर सृष्टि ने बताया कि उन्हें तीसीर बार कोरोना संक्रमित होने पर ज्यादा दिक्कत आई और पूरे परिवार को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ गई. उन्होंने बताया कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद मेरी अच्छी एंटीबॉडी भी बनी थी जिससे साफ है कि टीके ने अपना काम किया है. अब सृष्टि के केस की स्टडी की जा रही है ताकि ऐसे अनोखे संक्रमण की वजह का पता लगाया जा सके.
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डॉक्टरों का मानना है कि ऐसे कई लोग हैं जो वैक्सीन डोज लेने के बाद भी संक्रमित हो रहे हैं, हालांकि उनमें लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं और जल्दी रिकवर कर जाते हैं. सृष्टि के केस में डॉक्टरों को वायरस के फिर से एक्टिव होने और कोरोना टेस्ट में कुछ गलती की भी आशंका है.