असम: सांस्कृतिक कार्यक्रम में भीड़ ने की अश्लील डांस की मांग, किसी तरह भागी डांसर्स
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असम: सांस्कृतिक कार्यक्रम में भीड़ ने की अश्लील डांस की मांग, किसी तरह भागी डांसर्स

एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने आमंत्रित 2 नृत्य मंडली की महिला डांसरों पर नग्न डांस के लिए दबाव बनाने की कोशिश की. 

किसी तरह से दोनों महिलाएं इज्जत बचाकर वहां से भागने में कामयाब हुई.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

कामरूप: असम के कामरूप ग्रामीण जिले के छ गांव तहसील के आसोलपारा में गत शुक्रवार को ईद के मौके पर आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने आमंत्रित 2 नृत्य मंडली की महिला डांसरों पर नग्न डांस के लिए दबाव बनाने की कोशिश की. इस दौरान किसी तरह से दोनों महिलाएं इज्जत बचाकर वहां से भागने में कामयाब हुई.

बाद में छे गांव पुलिस चौकी में दोनों डांसरों की मंडलियों ने आयोजक कमेटी और हुड़दंग दर्शकों के खिलाफ शिकयत कर एफआईआर दर्ज करवाई. कामरूप ग्रामीण जिले के पुलिस अधीक्षक पार्था सारथी महंता के निर्देश अनुसार मामले की जांच के बाद छे गांव पुलिस ने वारदात में शामिल दो प्रमुख लोगों को गिरफ्तार कर लिया.

आपको बता दें कि असम के बांग्ला भाषी अल्पसंख्यक ग्रामीण इलाकों में ईद के मौके पर पश्चिम बंगाल के असम सीमांत कूच बिहार, सिलीगुड़ी से महिला डांसरों को आमंत्रित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित की जाती रही है. गौरतलब हैं की कामरूप ग्रामीण जिले के छे गांव तहसील के आसोलपाड़ा में बीतें शुक्रवार को आयोजक मंडली ने पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से आमंत्रित डांसरों की झूठी प्रचार फैला इस क्षेत्र के करीब 500-600 लोगों में डांस कार्यक्रम को देखने के लिए 200, 300 और 400 रूपए के टिकट बिक्री की थी.

कामरूप ग्रामीण जिला पुलिस अधीक्षक पार्था सारथी महंता ने बताया, 'चायगांव थाना क्षेत्र के असोलपाड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ सांस्कृतिक मंडली ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. इसके आधार पर रविवार को दो आरोपियों ने शाहरुख खान व सुबहान खान को गिरफ्तार कर लिया गया.' 

पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, दर्शकों ने डांसरों को घेर लिया और उन पर कपड़ा उतारकर डांस करने का दबाव बनाया, आयोजक कमिटी ने एक कमरें में महिला डांसरों को लॉक करने की कोशिश की पर ऐन वक्त पर डांसर मंडली के पुरुष साथियों ने बीच बचाव किया और सभी लड़कियों को गाड़ी में बिठाकर वापस ले गए.

महिला डांसरों का कहना हैं की उन्हें पता ही नहीं था की आयोजक कमिटी ने उनलोगों को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से बुलाये डांसर बताकर झूठा प्रचार किया था, जबकि असमिया पारम्परिक नृत्य के बाद डांसरों की तय रकम भी अदा नहीं की गई .    

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