Darbhanga Clash: दरभंगा में तनाव को लेकर 19 फरवरी तक सोशल साइट्स पर रोक, दोपहर 2 बजे तक रहेगी पाबंदी
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Darbhanga Clash: दरभंगा में तनाव को लेकर 19 फरवरी तक सोशल साइट्स पर रोक, दोपहर 2 बजे तक रहेगी पाबंदी

Darbhanga News: दरभंगा में उपद्रवी तत्वों ने एक बार फिर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश की. बिहार पुलिस ने दंगों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. उपद्रवियों पर एक्शन हो रहा है. शहर की शांति बहाल करने की कोशिशें रंग ला रही हैं. इस बीच सवाल उठता है कि दरभंगा में ऐसे मामले लगातार क्यों सामने आ रहे हैं?

Darbhanga Clash: दरभंगा में तनाव को लेकर 19 फरवरी तक सोशल साइट्स पर रोक, दोपहर 2 बजे तक रहेगी पाबंदी

Darbhanga Social media ban: भालपट्टी थाना क्षेत्र के मुरिया में मूर्ति विसर्जन में पथराव और हिंसक (Darbhanga Violence) झड़प के बाद इलाके से अच्छी खबर आई है. इलाके की शांति व्यवस्था बहाल हो रही है. हिंसा प्रभावित इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल ग्राउंड जीरो पर तैनात है. प्रशासन का आरोप है कि सोशल मीडिया पर दरभंगा से जुड़ी कई अफवाहें और गलत खबर फैलाई जा रही हैं. इसलिए लोगों के बीच सद्भाव बनाए रखने के लिए 19 फरवरी तक निर्धारित इलाके में तक इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने का फैसला किया गया है.

पुलिस ने तनाव को फैलने से रोकने के लिए 19 फरवरी तक सोशल साइट्स पर रोक लगा दी है. सोमवार दोपहर 2 बजे तक ये पाबंदी लागू रहेगी. दरभंगा में विभिन्न सोशल साइट्स पर रोक का आदेश बिहार सरकार के गृह विभाग ने जारी कर दिया है. जरूरत पड़ने पर इस पाबंदी को बढ़ाया जा सकता है.

अब तक हुआ ये एक्शन

हालांकि बाजार की सभी दुकान भी बंद है. अब तक 13 आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. 100 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इन लोगों ने दंगा फैलाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था, फिर सुनियोजित तरीके से इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया. प्रशासनिक अधिकारियों ने दंगाइयों के मोबाइल फोन जप्त किए हैं. जिला प्रशासन के द्वारा अब इलाके में हुए नुकसान का आकलन भी कराया जा रहा है.

दरभंगा में क्यों हुआ दंगा?

मुरिया में मूर्ति तोड़ने के बाद पथराव किया गया था. हिंसक झड़प पहले से सुनियोजित थी व्हाट्सएप ग्रुप बना एक समुदाय विशेष के लोगों ने इस दंगे को अंजाम दिया था.  

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(प्रतिबंध का आदेश)

बार बार दरभंगा ही क्यों?

शुक्रवार शाम को जिले के मुरिया गांव में प्रतिमा विसर्जन के बाद भड़की हिंसा के बाद शनिवार को माहौल शांतिपूर्ण रहा. दंगा फैलाने के इस वारदात को लेकर सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.  मौके पर अब भी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ SDPO अमित कुमार और SDM विकास कुमार खुद कैंप कर रहे हैं.

आपको बताते चलें कि बीते एक साल में दरभंगा में लगातार सामुदायिक हिंसा की खबरें आ रही हैं. क्या प्रशासन और जिला पुलिस इलाके के चरमपंथियों की पहचान नहीं कर पाई है? शहर में शांति बनाए रखने के लिए अमन कमेटी जैसे इंतजाम क्या इस शहर में नहीं है. ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि आखिर कौन लोग हैं, जिन्हें दरभंगा की शांति रास नहीं आ रही है. 2023 में भी कई बार ऐसी घटनाएं घटीं. जुलाई 2023 में भी बिहार के दरभंगा जिले में एक हफ्ते में दो समुदायों के बीच झड़प की कई घटनाएं हुई थीं. इससे दोनों समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया था. तब भी जिले में हालात को काबू में रखने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगाई गई थी. पिछले साल रामनवमी पर भी तनाव की खबरें आई थीं लेकिन तब बात इतनी बिगड़ी नहीं थी.

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