जाटों ने हरियाणा सरकार को फिर से आंदोलन शुरू करने की दी धमकी
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जाटों ने हरियाणा सरकार को फिर से आंदोलन शुरू करने की दी धमकी

हरियाणा सरकार द्वारा गुरुवार तक अपनी मांगें नहीं माने जाने की सूरत में जाट नेताओं की ओर से फिर से आंदोलन शुरू करने की धमकी दिए जाने के बाद हरियाणा सरकार ने संवेदनशील क्षेत्रों में तैनाती के लिए केन्द्र से अर्धसैनिक बलों की मांग की है।

जाटों ने हरियाणा सरकार को फिर से आंदोलन शुरू करने की दी धमकी

चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार द्वारा गुरुवार तक अपनी मांगें नहीं माने जाने की सूरत में जाट नेताओं की ओर से फिर से आंदोलन शुरू करने की धमकी दिए जाने के बाद हरियाणा सरकार ने संवेदनशील क्षेत्रों में तैनाती के लिए केन्द्र से अर्धसैनिक बलों की मांग की है।

रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार ने कहा, ‘केन्द्र से अर्धसैनिक बलों की मांग की गयी है (राज्य गृह विभाग के माध्यम से) और हमें वह मिलेंगे।’ उन्होंने बताया कि राज्य के अन्य स्थानों से अतिरिक्त पुलिस बल का भी इंतजाम किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हमने समुचित पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की है। हमारे पास समुचित संख्या में बल है और उसी अनुसार तैनाती की जा रही है।’ 

हालांकि उन्होंने इस संबंध में जानकारी देने से इनकार कर दिया कि जाट नेताओं द्वारा आंदोलन फिर से शुरू किए जाने की स्थिति में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कितने पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। अधिकारी ने कहा, ‘मैं इसका खुलासा नहीं कर सकता क्योंकि यह सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है।’ 

पिछले महीने हुए जाट आंदोलन के दौरान हिंसा को नियंत्रित करने में ‘असफल’ रहने के कारण हरियाणा पुलिस की खूब आलोचना हुई थी। आंदोलन के दौरान 30 लोग मारे गए थे। रोहतक के तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक श्रीकांत जाधव को हरियाणा सरकार ने निलंबित कर दिया था। जाट आरक्षण आंदोलन का केन्द्र रहे रोहतक सहित झज्जर, कैथल, जींद, सोनीपत और भिवानी में भयंकर हिंसा हुई थी।

ऑल इंडिया जाट संघर्ष समिति के नेतृत्व में जाट समुदाय ने धमकी दी है कि यदि राज्य की भाजपा सरकार ने कल, 17 मार्च तक उनकी मांगे पूरी नहीं कीं, तो वे आंदोलन फिर शुरू कर देंगे। जाट नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में 10 प्रतिशत आरक्षण, प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी वापस लिए जाने, आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के लिए मुआवजा और कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद राज कुमार सैनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

समिति के प्रमुख यशपाल मलिक ने कहा, ‘17 मार्च को हम अगले चरण पर फैसला करेंगे कि सड़क अवरूद्ध करनी हैं, रेलवे ट्रैक जाम करना है या किसी अन्य प्रकार का आंदोलन करना है।’

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