क्या घर, दफ्तर और किसी रेस्टोरेंट में लगे एयर कंडीशनर से भी कोरोना वायरस फैल सकता है?
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नई दिल्ली: आपके स्वास्थ्य से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर है. जिसका विश्लेषण इन दिनों पूछे जा रहे एक सवाल पर आधारित है. सवाल ये है कि क्या घर, दफ्तर और किसी रेस्टोरेंट में लगे एयर कंडीशनर से भी कोरोना वायरस फैल सकता है? इसका सीधा सा जवाब है ये है कि आपकी कार में लगे एसी और आपके घर में लगे स्पिल्ट या विंडो एसी से ये वायरस नहीं फैल सकता, जबकि Centralised Air Conditioning System से ये वायरस फैल सकता है.
आपके घर या ऑफिस में लगा विंडो या स्पिल्ट एसी किसी एक कमरे के तापमान को ही नियंत्रित कर सकता है. लेकिन जिन दफ्तरों और घरों में Centralised Air Conditioning System का इस्तेमाल होता है वहां एक ही हवा बार-बार री-सर्कुलेट होती है और यही हवा सर्कुलेशन के जरिए घर या दफ्तर की अलग अलग जगहों तक पहुंचती है. हवा का यही सर्कुलेशन आपको कोरोना वायरस से संक्रमित कर सकता है.
Centralised Air Conditioning System में एक ही जगह पर हवा को ठंडा किया जाता है. और फिर उसे किसी घर या दफ्तर की अलग-अलग जगहों तक पहुंचाया जाता है. अगर ऐसे किसी घर या ऑफिस में कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है और वो छींकता या खांसता है तो इससे हवा में छोटी-छोटी बूंदे यानी ड्रॉपलेट्स फैलने की आशंका बढ़ जाती है. अक्सर इन्हीं ड्रॉपलेट्स में कोरोना वायरस छिपा होता है.
किसी दफ्तर, घर या रेस्टोरेंट में लगे एयर कंडीशनर की ठंडी हवा में ये ड्रॉपलेट्स देर तक रह सकते हैं. और दूसरे लोगों को भी संक्रमित भी कर सकते हैं.
अमेरिका की सबसे बड़ी स्वास्थ्य संस्था Centers for Disease Control and Prevention यानी CDC की एक रिसर्च के मुताबिक चीन के ग्वांगझू शहर में एक Air Conditioned Restaurant में, आस-पास बैठे तीन परिवारों के बीच इस वायरस का संक्रमण फैला था. आपको समझना चाहिए कि आखिर ये हुआ कैसे ? और इसमें रेस्टोरेंट में लगे एयर कंडीशनर की क्या भूमिका थी ?
चीन के इस रेस्टोरेंट में एयर कंडीशनर के सामने हवा बहने की दिशा में 20 फीट की जगह में तीन टेबल लगे हुए थे. हर एक टेबल के बीच 3 फीट की दूरी थी. और एसी की वजह से वहां की हवा लगातार री-सर्कुलेट हो रही थी, यानी घूम-घूम कर एक कोने से दूसरे कोने तक जा रही थी.
इसमें Table Number 2 पर बैठे परिवार में एक 63 वर्ष की महिला वुहान शहर से लौटी थी. और उससे ही रेस्टोरेंट में मौजूद 10 लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ. इन लोगों में उस महिला के परिवार के 5 लोग भी शामिल थे. Table Number 2 के करीब Table Number 1 पर बैठा परिवार AC के सबसे करीब था. और इस रेस्टोरेंट में लंच के बाद इस परिवार के 7 में से 2 लोग संक्रमण का शिकार हो गए. इन दोनों परिवारों ने इस रेस्टोरेंट में करीब 73 मिनट का समय बिताया था.
एसी से सबसे दूर Table Number 3 था. जहां एक और परिवार बैठा था. इस परिवार के भी 3 लोग बाद में संक्रमित पाए गए. इनके संक्रमण के लिए भी वुहान से आई महिला को ही जिम्मेदार माना गया.
कुल मिलाकर टेबल नंबर 2 पर जो महिला बैठी थी. उसे पहले से Corona का संक्रमण था. यानी इस महिला ने जब खांसा या छींका होगा. तब उससे निकले ड्रॉपलेट्स AC की हवा की मदद से आस-पास बैठे लोगों तक फैलने लगे. यानी अगर आप किसी ऐसी जगह पर मौजूद हैं जहां Centralised Air Conditioning System लगा है तो उससे आने वाली हवा आपको भी संक्रमित कर सकती है.
World Health Organization यानी WHO के मुताबिक किसी संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से बने ड्रॉपलेट्स हवा में 3 फीट से ज्यादा दूरी तय कर सकते हैं. अगर इस दौरान हवा का कोई तेज झोंका आ जाए तो ये ड्रॉपलेट्स और भी ज्यादा दूर तक जा सकते हैं. और ऐसी हवा में सांस लेने वाला कोई भी व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो सकता है.
चिंता की बात ये भी है कि जिस महिला से इस रेस्टोरेंट में संक्रमण फैला, उसमें संक्रमण के शुरुआती लक्षण दिखाई नहीं दे रहे थे. ऐसे मरीज़ों को A-Symptomatic कहा जाता है.
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