आपने सोचा होगा कि विटामिन सी हमें कोरोना वायरस से दूर रखेगा. विटामिन डी हमें मजबूत इम्यूनिटी देगा और काढ़ा तो शर्तिया इस खतरनाक वायरस को गले में ही मार डालेगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस डर ने कई लोगों को ज्यादा बड़ी मुश्किल में डाल दिया.
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नई दिल्ली: अगर कोरोना से बचने के लिए आपने भी खूब काढ़ा पिया है और मल्टी-विटामिन खाए हैं तो यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. आपकी इस आदत ने आपको कोरोना से बचाया या नहीं ये तो नहीं कहा जा सकता लेकिन इसने दूसरी बीमारियों को न्योता जरूर दे दिया है.
दिल्ली के अस्पतालों में अब कोरोना मरीजों की संख्या कम हो गई है लेकिन जरूरत से ज्यादा काढ़ा पीने के बाद पाइल्स की बीमारी का इलाज करना वालों की संख्या बढ़ गई है. काढ़ा ही नहीं मल्टी-विटामिन ने भी कई लोगों की सेहत का हिसाब बिगाड़ कर रख दिया है.
आपने सोचा होगा कि विटामिन सी हमें कोरोना वायरस से दूर रखेगा. विटामिन डी हमें मजबूत इम्यूनिटी देगा और काढ़ा तो शर्तिया इस खतरनाक वायरस को गले में ही मार डालेगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस डर ने कई लोगों को ज्यादा बड़ी मुश्किल में डाल दिया. दिल्ली के मूलचंद अस्पताल की ओपीडी में रोजाना चार से 5 मरीज पाइल्स के इलाज के लिए आ रहे हैं.
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यह भी देखा गया है कि जरूरत से ज्यादा विटामिन डी या विटामिन सी का सेवन लोगों को कब्ज का मरीज बना रहा है. मूलचंद अस्पताल में सर्जन डॉ सचिन अंबेकर का कहना है कि कोरोना वायरस से रिकवर होने के बाद अपने शरीर में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव को भी वक्त रहते नोट कर लें. उन्होंने कहा कि अभी तक कोरोना के बाद लोगों में सबसे ज्यादा दिल की बीमारी का खतरा सामने आ रहा था इसलिए हार्ट चेकअप के लिए अब अस्पतालों में लोग पहुंच रहे हैं. लेकिन लोग काढ़ा और मल्टी विटामिन के ज्यादा सेवन से बढ़े खतरों से अनजान हैं.
पहले रेगुलर हेल्थ चेकअप 45 वर्ष की उम्र के बाद करवाने की सलाह दी जाती थी लेकिन अब डॉक्टर 30 वर्ष से ऊपर की उम्र के लोगों को ही हेल्थ चेकअप की सलाह देते हैं. अपोलो अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर सुरनतीज चटर्जी का कहना है कि ऐसे लोग जिनकी जीवनशैली खराब है यानी वह जंक फूड ज्यादा खाते हैं, एक्सरसाइज नहीं करते और उनका काम बैठे रहने का है. ऐसे लोगों को समय रहते चेकअप करवा लेने चाहिए. इसके अलावा अगर परिवार में किसी को कभी दिल की बीमारी रही है, माता या पिता में से किसी को डायबिटीज रही है तो भी 30 वर्ष की उम्र के आसपास स्क्रीनिंग करवा लेने में भलाई है. आमतौर पर लोग बेसिक हेल्थ चेकअप करवा सकते हैं.
कोरोना के बाद होने वाली बीमारियों को अब एक अदर बीमारी यानी पोस्ट कोविड-19 ही माना जा रहा है. सांस लेने में दिक्कत और थकान पोस्ट कोविड होने वाली सबसे कॉमन दिक्कत है. भारत में 30 से 40% लोग कोरोना से रिकवर होने के बाद इस समस्या का सामना कर रहे हैं. लेकिन 'वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी' और सोशल मीडिया के ज्ञान की ओवरडोज ने लोगों को अब साइड इफेक्ट देने शुरू कर दिए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि मल्टी-विटामिन का सेवन लगातार नहीं करना चाहिए. 3 से 6 महीने के सेवन के बाद कम से कम 3 महीने का ब्रेक देना चाहिए. अगर इससे ज्यादा की जरूरत है तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें न कि बिना चेकअप कराए खुद के डॉक्टर बन जाएं.