लिवेबिलिटी इंडेक्स में टॉप 5 राजधानियों में दिल्ली पिछड़ गई है. सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट के एक नए सर्वे के मुताबिक, यहां के नागरिकों की राय है कि दिल्ली रहने लायक शहरों में सबसे खराब है. सर्वे के नतीजों में दिल्ली को टॉप 5 रहने लायक राजधानियों में शामिल नहीं किया गया है.
Trending Photos
नई दिल्ली: ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 में राजधानी का स्थान छठे नंबर पर है और इसे रहने के ख्याल से बेहतर माना गया, लेकिन नागरिकों की राय को लेकर देखें तो दिल्ली का नाम टॉप 5 कैपिटल्स में नहीं आता. ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 के मुताबिक, बेंगलुरु, चेन्नई, शिमला, भुवनेश्वर और मुंबई के बाद दिल्ली का नंबर आता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट का सर्वे कहता है कि एक पैरामीटर पर दिल्ली पिछड़ गई है और वो है, परसेप्शन ऑफ सिटिजंस. ये निष्कर्ष सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवॉयरमेंट 2021 रिपोर्ट का हिस्सा है.
इसके मुताबिक, राजधानी दिल्ली रहने लायक नहीं है. ये सर्वे दिल्ली के लोगों से बातचीत पर आधारित है कि वो अपने शहर के बारे में क्या सोचते हैं.
हालांकि कुछ मामलों में दिल्ली को अच्छी रैंक भी मिली है. स्टेट ऑफ इंडियाज एनवॉयरमेंट 2021 रिपोर्ट के मुताबिक, गर्वनेंस के मामले दिल्ली चौथा सबसे अच्छा शहर है. इससे पहले भोपाल, रायपुर और मुंबई का नंबर आता है.
इस सर्वे में ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स के लिए 4 पैरामीटर्स का इस्तेमाल किया गया, जिसमें क्वालिटी ऑफ लाइफ, इकोनॉमिक एबिलिटी, सस्टेनेबिलिटी और सिटिजंस परसेप्शन शामिल है. इन शहरों को सभी 4 पैरामीटर्स पर 100 में से अंक दिए गए. दिल्ली को पहले 3 पैरामीटर्स में 50 से 60 के बीच नंबर मिले हैं.
वहीं सिटिजंस परसेप्शन में 69.4 स्कोर मिला है. वहीं भुवनेश्वर को इसी पैरामीटर में 94.8 और जयपुर को 87.1 नंबर मिले हैं. बेंगलुरु को सबसे बेस्ट शहर का रैंक मिला है और इसके बाद चेन्नई का नंबर आता है.
सीएसई की रिपोर्ट के अनुसार, इकोनॉमिक एबिलिटी के मामले में सिर्फ एक शहर का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है और वो है, बेंगलुरु. बेंगलुरु को 100 में से 78.8 नंबर मिले हैं. इसके बद चेन्नई, मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद का नंबर आता है.