Trending Photos
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के ट्वीट को लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है. दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जहां उनके खिलाफ विधि विशेषज्ञों से चर्चा कर कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं कांग्रेस (Congress) का कहना है कि दिग्विजय सिंह बहुत जिम्मेदार नेता हैं जो 10 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और राज्य सभा के मौजूदा सदस्य हैं. वह ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग हो. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा (BJP) लगातार कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने की फिराक में है.
इस बीच मध्य प्रदेश पुलिस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर केस दर्ज कर लिया है और उन पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप है. पूर्व CM पर IPC की धारा 295A, 465, 505(2) समेत कई अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
बीजेपी दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद कांग्रेस पर हमलावर है. वहीं पार्टी भी अपने नेता के बचाव में उतर आई है. कांग्रेस का कहना है कि खरगोन की घटनाओं को लेकर पार्टी लगातार वहां के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है. भाजपा संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक एजेंडा बनाना चाहती है.
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर FIR किए जाने का मांग पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा था. विधायक ने लिखा कि उनकी आपत्ति के बाद ही दिग्विजय सिंह ने ट्वीट डिलीट किया था. रामेश्वर शर्मा ने साथ ही यह भी लिखा कि दिग्विजय सिंह हिन्दू- मुस्लिम दंगे कराना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें: Women Quitting Jobs : देश में इस कारण महिलाएं छोड़ रहीं नौकरियां, सर्वे में खुलासा
मध्य प्रदेश के चिकित्सा-शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कि दिग्विजय सिंह का ट्विटर हैंडल सस्पेंड करने की मांग की है. उन्होंने इसके लिए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल को चिट्ठी भी लिखी है. इसमें लिखा गया है कि दिग्विजय सिंह अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए समाज में विघटन पैदा करते रहते हैं और धार्मिक उन्माद फैलाते हैं.
विश्वास सारंग ने चिट्ठी में पाकिस्तान के आरोपी को भोपाल के सुभाष नगर का आरोपी बताकर फोटो ट्वीट करने का भी जिक्र किया. साथ ही उन्होंने खरगोन की घटना से संबंधित ट्वीट का भी जिक्र किया और इसे भड़काऊ बताया है.
LIVE TV