मुंबई: सेंशन कोर्ट की तीसरी मंजिल पर लगी आग, मौके पर दमकल की 5 गाड़ियां पहुंचीं
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मुंबई: सेंशन कोर्ट की तीसरी मंजिल पर लगी आग, मौके पर दमकल की 5 गाड़ियां पहुंचीं

मुंबई के सत्र न्यायालय में भीषण आग लग गई है. 

करमवीर भौरो मार्ग पर स्थित मुंबई सत्र न्यायालय परिसर में आग लग गई..(फोटो-ANI)

नई दिल्ली: मुंबई के शहर स्थित सत्र अदालत इमारत की तीसरी मंजिल में आज सुबह आग लग गयी. आग लगते ही स्थानीय लोगों ने दमकल ऑफिस को फोन कर इसकी जानकारी दी. आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की  गाड़ियां मौके पर पहुंचीं हैं. करमवीर भौरो मार्ग पर स्थित मुंबई सत्र न्यायालय परिसर में आग लग गई. आग लगते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं हैं. मुंबई महानगर पालिका की आपदा प्रबंधन इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.उन्होंने बताया कि दक्षिण मुंबई में मुंबई विश्वविद्यालय परिसर के पास स्थित अदालती भवन में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को सुबह सात बजकर 14 मिनट पर लगी.

  1. मुंबई के सत्र न्यायालय केे तीसरी मंजिल पर भीषण आग लग गई
  2. आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की  गाड़ियां मौके पर पहुंचीं
  3. स्थानीय लोगों ने दमकल ऑफिस को फोन कर इसकी जानकारी दी

दमकल विभाग के कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंच गये. अधिकारी ने कहा, आग बुझाने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. मामले की जांच की जा रही है. मामले में अभी और सूचना मिलने का इंतजार है. पिछले 20 दिनों में मुंबई में आग लगने की यह पांचवी घटना है. गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एक रेस्टोरेंट में भीषण आग लगने के कारण 5 लोगों की मौत हो गई. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, केआर मार्केट में स्थित कैलाश बार रेस्टोरेंट में देर रात करीब ढाई बजे आग लग गई.

हादसे के वक्त रेस्टोरेंट के 5 कर्मचारी अंदर ही सोए हुए थे और आग में झुलस कर उनकी मौत हो गई. मरने वालों में स्वामी (23), प्रसाद (20), मंजूनाथ (45), कीर्ति (24) और महेश (35) शामिल हैं. इस बार का लाइसेंस आरवी दयाशंकर के नाम पर है.स्थानीय लोगों ने रेस्टोरेंट के अंदर से धुआं निकलते देख दमकल ऑफिस को फोन कर इसकी जानकारी दी. आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पा लिया, लेकिन बार के अंदर सो रहे कर्मचारियों की जान बचा न सके.  

यह भी पढ़ें- बेंगलुरु: रेस्टोरेंट में लगी आग, अंदर सो रहे 5 लोग जिंदा जले

रेस्ट्रां और बार में आग लगने की घटनाएं रुकने के नाम नहीं ले रही हैं. मुंबई मेें बीते 29 दिसंबर को कमला मिल्‍‍स कंपाउंड में लगी भीषण आग में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 19 लोग घायल हुए. मृतकों की पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि सभी की मौत दम घुटने की वजह से हुई. पुलिस ने रेस्टोरेंट के मालिक के. सांघवी, जी. सांघवी और अभिजीत मंकर के खिलाफ मामला दर्ज किया.

पुलिस के मुताबिक, यह हादसा गुरुवार देर रात करीब 12.30 बजे कमला मिल कंपाउंड स्थित मोजो बिस्ट्रो में हुआ, जि‍समें अचानक आग लग गई. देखते ही देखते यह आग पूरे परिसर में फैल गई. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल की 8 गाड़ियों, 6 वाटर टैंक और अन्य उपकरणों की मदद से दो से अधिक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस हादसे में मारे गए लोगों में ज्यादातर महिलाएं हैं. आग इतनी भीषण थी कि इससे टेरेस बार पूरी तरह से ख़ाक हो गया.  

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बेंगलुरु के केआर मार्केट में स्थित कैलाश बार रेस्टोरेंट में देर रात करीब ढाई बजे आग लग गई. (फोटो-ANI) 

मोजो बिस्त्रो पब के मालिक गिरफ्तार
पुलिस ने कमला मिल्स परिसर में पिछले महीने लगी भयंकर आग के संबंध में मोजो बिस्त्रो के मालिकों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. जांच में खुलासा हुआ कि आग ऊपरी मंजिल पर स्थित एक पब से शुरू हुई थी. मुंबई दमकल विभाग ने शुक्रवार (5 जनवरी) को एक रिपोर्ट में कहा कि मोजो बिस्त्रो में गैरकानूनी रूप से दिए जा रहे हुक्के से उठी चिंगारियां आग लगने का संभावित कारण हैं. 29 दिसंबर को हुई इस घटना में 14 लोग मारे गए. मुंबई पुलिस के उपायुक्त और प्रवक्ता सचिन पाटिल ने बताया, ‘‘दमकल विभाग की रिपोर्ट के आधार पर हमने मोजो बिस्त्रो पब के मालिकों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है.

अवैध हुक्कों से उठी चिंगारी से लगी थी आग
29 दिसंबर की रात कमला मिल्स कंपाउंड में लगी भीषण आग के मामले में मुंबई फायर ब्रिगेड ने दावा किया है कि यह आग हुक्के से उठी चिंगारी के कारण लगी थी. हुक्के मोजोज रेस्टोरेंट में सर्व किए जाने के लिए तैयार किए जा रहे थे. मोजोज रेस्टोरेंट से शुरू हुई आग धीरे-धीरे पूरे फ्लोर पर फैल गई और दूसरे पब 1-Above को भी इसकी चपेट में ले लिया. इस अग्निकांड में 14 लोगों की मौत हुई थी और करीब 50 लोग घायल हुए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपाउंड में स्थित दोनों पबों में अवैध रूप से निर्माण के साथ-साथ नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था, क्योंकि हुक्का पार्लर का किसी के भी पास लाइसेंस नहीं था. आग लगने के समय हुक्के वहां मौजूद ग्राहकों को बांटने के लिए तैयार किए जा रहे थे, तभी किसी हुक्के से चिंगारी उठी और आग में बदल गई.

BMC ने चलाया था अभियान 
इस घटना के बाद बीएमसी ने अभियान चलाकर 314 स्थानों पर अवैध ढांचों को गिरा दिया था और सात होटल सील कर दिया था. बीएमसी ने कमला मिल्स कंपाउंड में हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त किया. यहां के अलावा पलिका अधिकारियों ने अन्य इलाकों में भी अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया. बीएमसी ने अवैध रूप से बने कई रेस्टोरेंट और पब को ढहा दिया. इसके अलावा बीएमसी ने मुंबई के सभी रेस्टोरेंट और बार की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की है. यह कमेटी रेस्टोरेंट या बार में सुरक्षा इंतजामों की जांच कर रही है. 

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