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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के निधन की अफवाह सोशल मीडिया पर उड़ने के बाद लखनऊ स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (SGPGI) ने मेडिकल बुलेटिन जारी किया. अस्पताल ने बताया कि पूर्व सीएम कल्याण सिंह की हालत पहले से बेहतर (Kalyan Singh Health Condition) है और उनका ब्लड प्रेशर व हार्ट बीट भी सामान्य है.
अस्पताल की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, 'क्रिटिकल केयर मेडिसिन के आईसीयू में भर्ती कल्याण सिंह (Kalyan Singh) की हालत बेहतर है. वह हेमोडायनामिक रूप से स्थिर हैं और उनके हालत में लगातार सुधार दिख रहा है.' बयान में आगे कहा गया, 'उनका इलाज सीसीएम, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी और नेफ्रोलॉजी के सीनियर फैकल्टी की देख-रेख में हो रहा है.'
पूरे प्रदेश एवं देश की प्रार्थनाएँ मेरे साथ है, प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से मेरे स्वास्थ्य में निरन्तर सुधार हो रहा है।
कृपया अफवाहों पर ध्यान न दें।#जय_श्रीराम pic.twitter.com/bblQNpSn6w
— Kalyan Singh (@KalyanSinghUP) July 9, 2021
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कल्याण सिंह के पोते से बात की और उनका हालचाल लिया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया, 'पूरे देश के अनगिनत लोग कल्याण सिंह जी के ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. कल जेपी नड्डा, सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य लोगों ने अस्पताल में उनसे मुलाकात की. मैंने अभी उनके पोते से बात की है और उनका हालचाल की जानकारी ली है.'
Countless people across India are praying for the speedy recovery of Kalyan Singh Ji. Yesterday @JPNadda Ji, CM @myogiadityanath Ji and others went to the hospital to meet him. I just spoke to his grandson and enquired about his health.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2021
बता दें कि कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के बाद 3 जुलाई को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (SGPGI) के क्रिटिकल केयर मेडिसिन के आईसीयू में शिफ्ट कर दिया.
कल्याण सिंह (Kalyan Singh) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तेज तर्रार नेताओं में शामिल रहे. कल्याण सिंह पहली बार जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 6 दिसंबर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया. इसके बाद सितंबर 1997 से नवंबर 1999 तक फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. कल्याण सिंह को बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई जांच का भी सामना करना पड़ा था, हालांकि बाद में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें आरोपों से मुक्त कर दिया था.
5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ के अतरौली में पैदा हुए कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को 4 सितंबर 2014 को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया था और 8 सितंबर 2019 तक वह इस पद पर रहे. इसके बाद उन्हें जनवरी 2015 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था. उन्होंने 12 अगस्त 2015 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का पदभार संभाला था.
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