गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है.
Trending Photos
अहमदाबाद: गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने मंगलवार को कहा कि राज्य में ज्यादातर सिनेमाघर मालिकों ने स्वेच्छा से विवादास्पद बॉलीवुड फिल्म पद्मावत नहीं दिखाने का फैसला किया है. उन्होंने जोर दिया कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है.
सिनेमाघरों ने फैसला स्वेच्छा से किया है : डिप्टी सीएम
उप मुख्यमंत्री का बयान करणी सेना के नेता लोकेंद्र सिंह कालवी के परोक्ष रूप से धमकी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर जोरदार विरोध के बावजूद बॉलीवुड फिल्म का प्रदर्शन किया गया तो हिंसा हो सकती है. पटेल ने गांधीनगर में कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय की ओर से हरी झंडी मिलने के बावजूद ज्यादातर सिनेमाघरों ने फिल्म दिखाने से मना कर दिया है. उन लोगों ने यह फैसला स्वेच्छा से किया है. राज्य सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिये अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है.’’
फिल्म रिलीज हुई तो हम सबका होगा अपमान : कालवी
महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर में कालवी ने कहा कि जब विभिन्न क्षेत्रों के ढेर सारे लोग फिल्म के खिलाफ हैं तो अगर 25 जनवरी को यह रिलीज होती है तो यह ‘‘हम सबका भारी अपमान’’ होगा. उन्होंने कहा, ‘‘मैं महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों का सम्मान करता हूं. मैं भी मानता हूं कि अहिंसा बिल्कुल जरूरी है. इसलिये हमें हिंसा का रास्ता चुनने के लिये मजबूर नहीं करें.’’
आसमान छू रहे हैं 'पद्मावत' टिकट के दाम, 2400 तक पहुंची कीमत
सूरत पुलिस ने 19 और लोगों को दो दिन पहले शहर में फिल्म के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके साथ ही गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है.सूरत में 21 जनवरी को हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला था.
(इनपुट - भाषा)