कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार (6 मार्च) को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों, स्वास्थ्य सचिवों और अलग-अलग मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के साथ एक बड़ी बैठक की.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार (6 मार्च) को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों, स्वास्थ्य सचिवों और अलग-अलग मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के साथ एक बड़ी बैठक की. सरकार की तरफ से बताया गया कि कोरोना वायरस को निपटने के लिए सरकार हर तरह से संभव इंतजाम कर रही है. अभी भी भारत में कोरोना वायरस के हालात काबू में है और इससे घबराने जैसी कोई स्थिति नहीं बनी है.
एयरपोर्ट पर सभी हवाई यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है वह कोई भी हो किसी भी देश से आ रहा हो उसकी थर्मल स्क्रीनिंग हर एयरपोर्ट पर हो रही है. इसके अलावा पोर्ट पर भी इसी तरह की जांच की जा रही है और साथ ही नेपाल बांग्लादेश और चीन से सटी जो सीमा है वहां पर भी बिना स्वास्थ्य जांच के बॉर्डर को क्रॉस नहीं करने दिया जा रहा है.
अलग मामलों के लिए बेड रिजर्व रखें अस्पताल
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि वह अपने स्तर पर उन अस्पतालों को पहले से चिन्हित करके रखें जहां पर सेपरेट तरीके से संदिग्ध मामले यदि सामने आते हैं तो ऐसे लोगों को रखा जा सके. इसके लिए राज्य सरकार को अस्पतालों में कुछ बेड रिजर्व करके रखने को कहा है.
भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 31 मामले सामने आए हैं जिसमें से चार लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं और जो दूसरे मरीज हैं उनको निगरानी में रखा गया है. उनका ट्रीटमेंट किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है सावधानी और सतर्कता बरतने से इस बीमारी को काफी हद तक फैलने से रोका जा सकता है सरकार अपनी तरफ से सारे इंतजाम कर रही है.
ईरान में रह रहे भारतीय का वहीं हो रहा है इलाज
भारत के अलावा दूसरे देशों में जो भारतीय हैं और जहां पर कोरोना का सबसे ज्यादा असर है उनमें से ईरान एक है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि 4 वैज्ञानिक पहले ही ईरान भेजे जा चुके हैं. एक लैब ईरान में बनाई जा चुकी है,जो वहां पर रह रहे भारतीयों के मामलों को देखेगी. यदि कोई भारतीय वहां पर संदिग्ध पाया जाता है या फिर कोरोना वायरस के लक्षण उस में पाए जाते हैं तो वहां पर बनाई गई लेबोरेटरी में ही डॉक्टर उनकी स्वास्थ्य जांच करेंगे.