COVID-19 vaccine: भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) में महामारी विज्ञान एवं संक्रामक रोग के पूर्व प्रमुख डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा कि कोरोना वायरस इतना भी नहीं बदला है कि उसके लिए एक नए टीके की जरूरत हो.
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No need for fourth dose of COVID-19 vaccine: कोरोना महामारी से निपटने के लिए अगर आपने तीन टीके लगवा लिए हैं तो आपको चौथे टीके की जरूरत नहीं है. इस बात की जानकारी आईसीएमआर के एक्सपर्ट ने दी है. कोविड-19 और उसके वेरिएंट के बारे में मौजूद सबूतों के आधार पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) में महामारी विज्ञान एवं संक्रामक रोग के पूर्व प्रमुख डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा कि कोरोना के खिलाफ टीके की चौथी खुराक की जरूरत नहीं है.
मंगलवार को एक कार्यक्रम के बाद गंगाखेडकर ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति ने कोरोना रोधी टीके की तीन खुराक ली है तो उसे परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि तीन टीके लगवाने का मतलब है कि व्यक्ति में कोरोना के वायरस से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (Immune Response) को 3 बार ट्रेंड किया गया है.
कोरोना वायरस इतना भी नहीं बदला कि नए टीके की जरूरत हो
कोरोना के तमाम वेरिएंट आने के बावजूद उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस इतना भी नहीं बदला है कि उसके लिए एक नए टीके की जरूरत हो, इसलिए ‘टी-सेल’ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पर लोगों को भरोसा रखना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में वायरस के स्वरूपों से जुड़े मौजूद सबूतों को देखने से ये पता चलता है कि ये इतने भी गंभीर नहीं हैं कि कोरोना के लिए चौथे टीके की आवश्यकता पड़े.’
हालांकि, बदलते मैसम में गंगाखेडकर ने ऐसे लोगों को मास्क पहनने और कोरोना के नियमों का पालन करने की नसीहत दी, जो पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं या फिर बुजुर्ग हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की चौथी खुराक के बारे में अभी नहीं सोचना चाहिए. कोरोना का कोई भी नया स्वरू सॉर्स सीओवी2 से मिलता जुलता नहीं होगा. बल्कि ये पूरी तरह नया भी हो सकता है. जब भी ऐसा कोई स्वरूप आएगा, तब उसी के मुताबिक सोचा जाएगा कि उसे लेकर क्या करना है. उन्होंने कहा कि अभी इसके बारे में किसी प्रकार की चिंता करना व्यर्थ है.
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