जम्मू-कश्मीरः आतंक का साथ देने वालों की खैर नहीं, एनिमी एजेंट एक्ट से कसेगी नकेल
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जम्मू-कश्मीरः आतंक का साथ देने वालों की खैर नहीं, एनिमी एजेंट एक्ट से कसेगी नकेल

Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में सामने आ रही आतंकी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है. डीजीपी आरआर स्वैन ने कहा कि आतंकवादियों के समर्थकों पर एनिमी एजेंट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.

जम्मू-कश्मीरः आतंक का साथ देने वालों की खैर नहीं, एनिमी एजेंट एक्ट से कसेगी नकेल

Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में सामने आ रही आतंकी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है. डीजीपी आरआर स्वैन ने कहा कि आतंकवादियों के समर्थकों पर एनिमी एजेंट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. दोषी पाए जाने पर उन्हें कम से कम मौत या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है. हाल में हुई आतंकी घटनाओं में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के समर्थकों के खिलाफ एक्शन भी लिया है.

विदेशी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई होगी..

साइबर पुलिस समारोह के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए डीजीपी स्वैन ने कहा, "अगले दो से तीन महीनों में जम्मू कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई होगी. हमें उम्मीद है कि हम उनके नेटवर्क को नष्ट कर देंगे और अगले तीन महीनों में उन्हें जम्मू कश्मीर से मिटा देंगे." 

आतंकवादियों के समर्थकों से सख्ती से निपटा जाएगा

उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि आतंकवादियों के समर्थकों से सख्ती से निपटा जाएगा, पुलिस उन लोगों पर एनिमी एजेंट एक्ट (EAA) के तहत मामला दर्ज करेगी जो किसी भी रूप में विदेशी/स्थानीय आतंकवादियों का समर्थन करते पाए जाएंगे, जो UAPA से भी कठोर है. लेकिन उन स्थानीय लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो किसी भी तरह से विदेशी आतंकवादियों का समर्थन करेंगे. 

EAA के तहत.. न्यूनतम सजा आजीवन कारावास या मृत्यु

उन्होंने कहा कि "हम उन स्थानीय लोगों पर मामला दर्ज करेंगे जो किसी भी तरह से विदेशी आतंकवादियों का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें आजीवन कारावास या मौत की सजा हो सकती है. पुलिस प्रमुख ने कहा कि EAA उन स्थानीय लोगों पर लगाया जा सकता है जो किसी भी तरह से विदेशी/स्थानीय आतंकवादी को शरण देने, मदद करने या मार्गदर्शन करने में शामिल पाए जाते हैं, वह उन्हें EAA के तहत दर्ज करेंगे. हमें केवल यह साबित करना है कि व्यक्ति ने उस आतंकवादी का समर्थन किया है जो शांति को अस्थिर करने और निर्दोष लोगों की हत्या करने के लिए यहां आया है. EAA के तहत, न्यूनतम सजा आजीवन कारावास या मृत्यु है.

दुश्मनों को हरा देंगे..

उन्होंने आश्वासन दिया कि सुरक्षाबल किसी भी तरह की स्थिति को संभालने में सक्षम हैं और दुश्मनों को हरा देंगे और हमें यकीन है कि लोग हमें पूरा समर्थन देंगे. उन्होंने कहा, "यह लड़ाई लोगों के सक्रिय समर्थन से जीती जाएगी. पुलिस केंद्रीय बलों की मदद से इस लड़ाई को जीतेगी. संभावना है कि हमें कुछ नुकसान भी हो सकता है, लेकिन हम नुकसान को कम करने की कोशिश करेंगे. हमने उन्हें ( आतंकवादियों ) पहले भी हराया है और अब भी उन्हें हराएंगे."

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