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पटना: आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ने के बाद छात्र संगठनों ने शुक्रवार (28 जनवरी) को बिहार बंद (Bihar Bandh) का आह्वान किया है और इसको लेकर प्रशासन ने भी कड़ी सुरक्षा तैनात की है. इस बीच पटना के मशहूर टीचर और यूट्यूबर खान सर (Khan Sir) का एक नया वीडियो सामने आया है और उन्होंने छात्रों से प्रदर्शन नहीं करने की अपील की है.
खान सर (Khan Sir) ने वीडियो जारी कर छात्रों से प्रदर्शन में शामिल न होने की अपील की. उन्होंने कहा, 'हम आखिरी सांस तक स्टूडेंट के साथ हैं. हम बाजी लगा देंगे अपनी जान की जब-जब बात आएगी हिंदुस्तान की. बात हिंदुस्तान की है और हम हाथ जोड़ते हैं कि कोई भी स्टूडेंट प्रोटेस्ट में भाग ना ले. हर टीचर से अपील है कि अपने स्टूडेंट को समझाएं कि वो प्रोटेस्ट में भाग ना ले, वरना स्टूडेंट की आड़ में उपद्रवी तोड़फोड़ करेंगे और स्टूडेंट बदनाम होंगे.'
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खान सर ने कहा, 'सारे स्टूडेंट्स के लिए आवश्यक सूचना है. आपकी सारी मांगों को हमने रखा है और हम आपकी सारी दुविधाओं को दूर करते हैं. 28 जनवरी को किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लीजिए, ये आपके लिए गलत साबित हो जाएगा. अभी बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का वीडियो आया है. उन्होंने कहा कि मैंने रेलमंत्री से बात की है, वो स्टूडेंट्स की मांग पर सहमत हैं. रेल मंत्री भी इस बात से सहमत हैं कि 20 गुना ज्यादा रिजल्ट देंगे. नंबर रिपीट नहीं होंगे. 3.5 लाख बच्चों को और जोड़ा जाएगा.'
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खान सर (Khan Sir) ने कहा, 'गलती रेलमंत्री या प्रधानमंत्री की तरफ से नहीं थी. ये गलती आरआरबी की थी. आरआरबी भी कुछ चीजों से जूझ रही थी. उसे इतने बड़ा एग्जाम कराने के लिए कोई कंपनी जल्दी नहीं मिल रही थी. कुछ लोग कह रहे हैं कि कुछ राज्यों में चुनाव है, इसलिए ऐसा हो रहा है. ये सब गलत है. ये किसी छात्र या टीचर का बयान नहीं है. ये राजनीतिक बयान है. रेलवे को इसलिए छात्रों की बात माननी होगी, क्योंकि यह संशोधन हुआ है और जो कमेटी बनाई गई है. यह आरआरबी का फैसला नहीं है. इसमें रेल मंत्रालय और पीएमओ शामिल है. ऐसे में छात्र कोई 28 जनवरी को प्रदर्शन में शामिल नहीं हो, क्योंकि आपके बीच कोई भी आकर हिंसा करेगा और छात्र बदनाम होंगे, जैसे आरा और गया में ट्रेन जलाई गई.'
रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं के विरोध में अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) समेत कई छात्र संगठनों द्वारा 28 जनवरी को बिहार बंद का महागठबंधन में शामिल सभी विपक्षी दलों ने समर्थन किया है. बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस, भाकपा एवं माकपा ने गुरुवार को संयुक्त रूप से एक ब्यान जारी करके कहा कि बिहार में देश में सबसे ज्यादा युवा हैं और यहां बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा है. केंद्र और बिहार सरकार द्वारा छात्रों को ठगा जा रहा है.
बता दें कि 24 जनवरी को राजेंद्रनगर ट्रैक को जाम करने और उत्पन्न विधि व्यवस्था से निपटने के दौरान 4 अभ्यार्थियों को हिरासत मे लिया गया था. उन 4 अभ्यर्थियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उन्हें कोचिंग संचालकों, प्रतिनिधियों के द्वारा यहां पर आने के लिए मार्गदर्शन किया गया है और उनका नाम भी बताया गया. पुलिस द्वारा सोशल मीडिया से वीडियो फुटेज भी प्राप्त किए गए हैं. इस मामले में खान सर समेत 6 कोचिंग संचालकों, प्रतिनिधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पूछताछ के दौरान हिरासत में लिए गए अभ्यर्थियों के द्वारा जिन व्यक्तियों का नाम लिया गया और प्राथमिकी दर्ज की गई उनमें खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर और गोपाल वर्मा सर शामिल हैं.
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