PM Modi Speech Live Updates: भारत आजादी के 75 साल पूरे होने पर स्वतंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है और इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर पर 9वीं बार 'तिरंगा' फहराया. इसके बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जय हिंद' के साथ अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन का समापन किया.
PM Narendra Modi concludes his Independence Day address with ‘Jai Hind’#IndiaAt75 pic.twitter.com/mXJLn480Oe
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पीएम मोदी ने कहा कि मैं भाई भतीजावाद, परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात कर रहा हूं. दुर्भाग्य से राजनीति की इस बुराई ने हिन्दुस्तान की सभी संस्थाओं में परिवारवाद को पोषित कर दिया है. इससे मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है.
पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, इसलिए भ्रष्टाचारियों के खिलाफ नफरत जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि परिवारवादी राजनीति से देश को नुकसान हो रहा है. सिर्फ राजनीति ही नहीं देश की संस्थाओं से भी परिवारवाद को हटाना जरूरी है. परिवारवाद के खिलाफ भी नफरत जरूरी है.
भ्रष्टाचार और परिवारवाद बड़ी समस्या: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए देश की दो बड़ी चुनौतियों को सामने रखा. उन्होंने कहा, 'देश के सामने पहली चुनौती- भ्रष्टाचार है तो दूसरी सबसे बड़ी चुनौती भाई-भतीजावाद और परिवारवाद.'
PM मोदी ने 'जय जवान, जय किसान...' में जोड़ा 'जय अनुसंधान'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए एक नया नारा दिया और कहा, 'लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था और इसमें अटल बिहारी वाजपेयी ने जय विज्ञान जोड़ा था. अब मैं इसमें जय अनुसंधान जोड़ता हूं. अमृतकाल के लिए इनोवेशन बहुत जरूरी है.' उन्होंने आगे कहा, 'देश 5जी की ओर कदम बढ़ा चुका है. आज 75 साल बाद मेड इन इंडिया गन से सलामी दी गई. डिजिटल क्रांति से नया विश्व बन रहा है. आज दुनिया होलिस्टिक हेल्थकेयर की बात कर रही है. जब वे समग्र स्वास्थ्य देखभाल का उल्लेख करते हैं तो वे भारत के योग और आयुर्वेद को देखते हैं. यह वह विरासत है जो हम दुनिया को दे रहे हैं.'
The way ahead for India… #IDAY2022 pic.twitter.com/lkkfv5Q5CP
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पीएम मोदी ने आगे कहा, 'ये हमारे नौजवान हैं, जो आज नई नई खोज के साथ दुनिया के सामने आ रहे हैं. गुलामी की मानसिकता को हमें तिलांजली देनी पड़ेगी, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करना होगा. हमारी विरासत पर हमें गर्व होना चाहिए. जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे, तभी तो ऊंचा उड़ेंगे. जब हम ऊंचा उड़ेंगे, तभी हम विश्व को भी समाधान दे पाएंगे.'
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आत्मनिर्भर भारत, ये हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर एक इकाई का दायित्व बन जाता है. आत्मनिर्भर भारत, ये सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है, ये समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारा प्रयास है कि देश के युवाओं को असीम अंतरिक्ष से लेकर समंदर की गहराई तक रिसर्च के लिए भरपूर मदद मिले. इसलिए हम स्पेस मिशन का, Deep Ocean Mission का विस्तार कर रहे हैं. स्पेस और समंदर की गहराई में ही हमारे भविष्य के लिए जरूरी समाधान है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'हमने देखा है कि कभी-कभी हमारे टैलेंट भाषा के बंधनों में बंध जाते हैं. ये गुलामी की मानसिकता का परिणाम है. हमें हमारे देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए. आत्मनिर्भर भारत, ये हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर एक इकाई का दायित्व बन जाता है. आत्मनिर्भर भारत, ये सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है, ये समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है.'
देश को संबोधित करते हुए PM मोदी हुए भावुक
लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए और कहा कि देश नारी का अपमान स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने कहा, 'हम वो लोग हैं, जो जीव में शिव देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नर में नारायण देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नारी को नारायणी कहते हैं, हम वो लोग हैं, जो पौधे में परमात्मा देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नदी को मां मानते हैं, हम वो लोग हैं, जो कंकड़-कंकड़ में शंकर देखते हैं.'
पीएम ने लाल किले से कहा, 'आत्मनिर्भर भारत, ये हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर एक इकाई का दायित्व बन जाता है. आत्मनिर्भर भारत, ये सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है. ये समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'जब तनाव की बात होती है तो लोगों को योग दिखता है, सामूहिक तनाव की बात होती है तो भारत की पारिवारिक व्यवस्था दिखती है. संयुक्त परिवार की एक पूंजी सदियों से हमारी माताओं के त्याग बलिदान के कारण परिवार नाम की जो व्यवस्था विकसित हुई, ये हमारी विरासत है जिसपर हम गर्व करते हैं.'
पीएम ने आगे कहा, 'जिस प्रकार से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी है, जिस मंथन के साथ बनी है, कोटि-कोटि लोगों के विचार प्रवाह को संकलित करते हुए बनी है. भारत की धरती से जुड़ी हुई शिक्षा नीति बनी है.' उन्होंने आगे कहा, 'आज विश्व पर्यावरण की समस्या से जो जूझ रहा है. ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं के समाधान का रास्ता हमारे पास है. इसके लिए हमारे पास वो विरासत है, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'आने वाले 25 साल के लिए हमें उन पंच प्राण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा. 2047 जब आजादी के 100 साल होंगे, आजादी के दीवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा. अनुभव कहता है कि एक बार हम सब संकल्प लेकर चल पड़ें, तो हम निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेते हैं. आने वाले 25 साल के लिए हमें 'पंच प्रण' पर अपनी शक्ति, संकल्पों और सामर्थ्य को केंद्रित करना होगा.'
भारत की तरफ देखने का बदल चुका है नजरिया: पीएम मोदी
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आजादी के इतने दशकों बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है. विश्व, भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है. समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर, दुनिया खोजने लगी है.'
हम पंच प्रण का संकल्प लेते हैं- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा हम अमृत काल में कदम रख रहे हैं और इस मौके पर 'पंच प्रण' का संकल्प लेते हैं. उन्होंने कहा, 'अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए. दूसरा प्राण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना. तीसरी प्रण शक्ति- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए. चौथा प्रण है- एकता और एकजुटता. पांचवां प्रण है- नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है और मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना के कालखंड में दुनिया वैक्सीन लेने या न लेने की उलझन में जी रही थी. उस समय हमारे देश लोगों ने 200 करोड़ डोज लेकर दुनिया को चौंका देने वाला काम करके दिखाया.'
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए. दूसरा प्राण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना.'
लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है. समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है. विश्व का ये बदलाव, विश्व की सोच में ये परिवर्तन 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है.' उन्होंने कहा, 'हमारे भारत ने सिद्ध कर दिया कि हमारे पास ये अनमोल सामर्थ्य है. 75 साल की यात्रा में आशाएं, अपेक्षाएं, उतार-चढ़ाव सब के बीच हर एक के प्रयास से हम यहां तक पहुंच पाए. आज़ादी के बाद जन्मा मैं पहला व्यक्ति था जिसे लाल किले से देशवासियों का गौरव गान करने का अवसर मिला.'
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो पिछले 75 साल में देश के लिए जीने-मरने वाले, देश की सुरक्षा करने वाले, देश के संकल्पों को पूरा करने वाले चाहे सेना के जवान हों,पुलिसकर्मी हों, जन प्रतिनिधि हों, स्थानीय स्वराज की संस्थाओं के प्रशासक रहे हों.'
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत लोकतंत्र की जननी है. मदर ऑफ डेमोक्रेसी है, जिनके ज़हन में लोकतंत्र होता है वे जब संकल्प करके चल पड़ते हैं वो सामर्थ्य दुनिया की बड़ी बड़ी सल्तनतों के लिए भी संकट का काल लेकर आती है ये मदर ऑफ डेमोक्रेसी. हमारे भारत ने सिद्ध कर दिया कि हमारे पास ये अनमोल सामर्थ्य है. 75 साल की यात्रा में आशाएं, अपेक्षाएं, उतार-चढ़ाव सब के बीच हर एक के प्रयास से हम यहां तक पहुंच पाए. आज़ादी के बाद जन्मा मैं पहला व्यक्ति था जिसे लाल किले से देशवासियों का गौरव गान करने का अवसर मिला.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'अमृत महोत्सव के दौरान देशवासियों ने देश के हर कोने में लक्ष्यावधि कार्यक्रम किए. शायद इतिहास में इतना विशाल, व्यापक, लंबा एक ही मकसद का उत्सव मनाया गया हो.वो शायद एक पहली घटना हुई है. हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था. आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया.'
पीएम मोदी ने कहा, 'कल 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मृति दिवस पर हमने भारी मन से उन लोगों को याद किया, जिन्होंने हमारे तिरंगे के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. 2014 में देश की जनता ने मुझे जिम्मेदारी दी थी. मैं आजादी के बाद पैदा हुआ पहला व्यक्ति था, जिसे लाल किले से लोगों को संबोधित करने का मौका मिला.'
अमृतकाल का पहला प्रभात Aspirational Society की आकांक्षा को पूरा करने का सुनहरा अवसर है. हमारे देश के भीतर कितना बड़ा सामर्थ्य है, एक तिरंगे झंडे ने दिखा दिया है.
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'देश कृतज्ञ है मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल ऐसे अनगिनत ऐसे हमारे क्रांति वीरों ने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी. आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले भी अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है. डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी, नेहरू जी, सरदार वल्लबभाई पटे, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, लाल बहादुर शास्त्री, दीन दयाल उपाध्याय, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, आचार्य विनोबा भावे, नाना जी देशमुख ऐसे अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है.' उन्होंने कहा, 'हमारे देशवासियों ने भी उपलब्धियां की हैं, पुरुषार्थ किया है, हार नहीं मानी है और संकल्पों को ओझल नहीं होने दिया है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, 'आज का ये दिवस ऐतिहासिक है. एक पूण्य पड़ाव, एक नई राह , एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का ये शुभ अवसर है. ये देश का सौभाग्य रहा है कि आज़ादी की जंग के कई रूप रहे हैं. उसमें एक रूप वो भी था जिसमें नारायण गुरु हो, स्वामी विवेकानंद हों, महर्षि अरविंदो हों, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर हों, ऐसे अनेक महापुरूष हिंदुस्तान के हर कोने में भारत की चेतना को जगाते रहे.'
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो. आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'न सिर्फ हिंदुस्तान का हर कोना, लेकिन दुनिया के हर कोने में आज किसी न किसी रूप में भारतीयों के द्वारा या भारत के प्रति अपार प्रेम रखने वाला विश्व के हर कोने में ये हमारा तिरंगा आन-बान-शान के साथ लहरा रहा है.
लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं. बहुत-बहुत बधाई. मैं विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों को, भारतीयों को आजादी के इस अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई देता हूं.'
Delhi | PM Modi inspects the inter-services and police Guard of Honour at Red Fort pic.twitter.com/IxySt0G0r4
— ANI (@ANI) August 15, 2022
लाल किला पहुंचे पीए मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला पहुंच गए हैं, जहां 9वीं बार तिरंगा फहराएंगे.
पीएम मोदी ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
राजघाट पहुंचे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचे गए हैं, जहां बापू का श्रद्धांजलि देंगे.
थोड़ी देर में राजघाट पहुंचेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) थोड़ी देर में महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचेंगे और बापू का श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे.
अमित शाह ने कहा- भारत की संस्कृति और उपलब्धियों पर गर्व करने का दिन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि आज भारत की संस्कृति और उपलब्धियों पर गर्व करने का दिन है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, '76वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. आज भारत की संस्कृति,जीवंत लोकतांत्रिक परंपरा व 75 साल की उपलब्धियों पर गर्व करने का दिन है. खुद को तिल-तिल जलाकर देश में आजादी का सूर्योदय करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों व देश की रक्षा हेतु सर्वस्व अर्पण करने वाले वीर जवानों को नमन करता हूं.'
76वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।
आज भारत की संस्कृति,जीवंत लोकतांत्रिक परंपरा व 75 साल की उपलब्धियों पर गर्व करने का दिन है।
खुद को तिल-तिल जलाकर देश में आजादी का सूर्योदय करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों व देश की रक्षा हेतु सर्वस्व अर्पण करने वाले वीर जवानों को नमन करता हूँ। pic.twitter.com/fePDKYEl6L
— Amit Shah (@AmitShah) August 15, 2022
PM मोदी ने देशवासियों को दी स्वतंत्रता दिवस की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को बधाई दी और ट्वीट कर कहा, 'देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद!'
देशवासियों को #स्वतंत्रतादिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद!
Greetings on this very special Independence Day. Jai Hind! #Iday2022
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2022
लाल किले के आसपास 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात
दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे. दिल्ली पुलिस ने लाल किले के आसपास 10,000 से ज्यादा कर्मियों को तैनात किया है. लाल किले पर प्रवेश द्वारों पर चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली युक्त कैमरों से लेकर बहु स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. साथ में किले के आसपास के इलाकों में इमारतों की छतों पर और संवेदनशील स्थानों पर 400 से ज्यादा पतंगबाजों और पतंग पकड़ने वालों को तैनात किया गया है. इसके अलावा लाल किले के पांच किलोमीटर के इलाके को समारोह समाप्त होने तक ‘नो काइट जोन‘ (पतंग उड़ाने पर रोक) क्षेत्र घोषित किया गया है.
देशभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत को न सिर्फ तिरंगे से सजाया गया है, बल्कि दिल्ली से लेकर जम्मू कश्मीर तक सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम होगा और यहां लाल किले के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. वहीं सभी राज्यों में पुलिस तंत्र को सतर्क कर दिया गया है, ताकि समारोहों में किसी भी तरह की बाधा न आए.
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