गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आंतकवाद से निपटने के लिए कठोर कानून की सख्त जरूरत है.
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नई दिल्ली: लोकसभा में यूएपीए बिल पास हो गया है. इससे पहले इस बिल पर हुई बहस का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आंतकवाद से निपटने के लिए कठोर कानून की सख्त जरूरत है. अमित शाह ने कहा सरकार के दिल में अर्बन नक्सलियों के लिए कोई जगह नहीं है. अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार इस कानून का गलत इस्तेमाल नहीं होने देगी.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- विपक्षी दल पूछ रहे हैं कि आतंकवाद के खिलाफ कठोर कानून क्यों बना रहे हैं? मैं कहता हूं, आतंकवाद के खिलाफ कठोर से कठोर कानून होना चाहिए. यह कानून इंदिरा गांधी की सरकार लेकर आई थी, हम तो बस इसमें छोटा-सा संशोधन कर रहे हैं.
'किसी कब आतंकवादी घोषित किया जाए इसका प्रावधान बिल में है'
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यूएपीए में किसी व्यक्ति विशेष को कब आतंकवादी घोषित किया जाएगा, इसका प्रावधान है. उन्होंने कहा, 'इसके तहत, कोई व्यक्ति आंतकवादी गतिविधियों को अंजाम देता है या उसमें भाग लेता है तो उसे आतंकवादी घोषित किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ' जो व्यक्ति आंतकवाद के पोषण में मदद करता है, धन मुहैया कराता है, आतंकवाद के साहित्य का प्रचार-प्रसार करता है या आतंकवाद की थिअरी युवाओं के जहन में उतारने की कोशिश करता है, उसे आतंकवादी घोषित करना चाहिए?' गृहमंत्री ने कहा, मैं मानता हूं आतंकवाद बंदूक से पैदा नहीं होता बल्कि प्रचार और उन्माद से पैदा होता है.