Seoni Malwa Vidhan Sabha Chunav Result: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Election Result 2023) के लिए मतगणना 3 दिसंबर को हो रही है. इसपर सभी की नजरें बनी हुई है. यहां हम आपको नर्मदापुरम जिले (Narmadapuram News) जिले की सिवनी मालवा विधानसभा ( Seoni Malwa Vidhan Sabha Result) का रिजल्ट बता रहे हैं.
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Seoni Malwa Election Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav Result) के लिए वोटिंग हो चुकी है. राज्य में कुल 77.15 फीसदी मतदान हुआ है. ये साल 2018 के चुनावों के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा है. अब मतदान के बाद सभी को चुनाव परिणामों का इंतजार है जिसका अंत 3 दिसंबर को हो रहा है. आइए समझते हैं होशंगाबाद जिले (Hoshangabad News) की सिवनी मालवा सीट (Seoni Malwa Vidhan Sabha Result) में जनता ने किसे पक्ष में मतदान किया है और यहां के समीकरण के साथ चुनावी इतिहास क्या है.
2023 चुनाव परिणाम
3 दिसंबर को चुनाव के रिजल्ट आते ही यहां आपको अपडेटेड जानकारी दी जाएगी. अपडेट जारी है...
कौन-कौन है प्रत्याशी
होशंगाबाद की सिवनी मालवा से विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने प्रेमशंकर वर्मा को मैदान में उतारा है. उनके सामने कांग्रेस ने अजय बलराम पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है. चुनाव कैंपेन के दौरान दोनों दलों में कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. अब परिणाम में जनता का फैसला साफ है.
कितना हुआ है मतदान
विधानसभा चुनाव के लिए पूरे मध्य प्रदेश के साथ ही होशंगाबाद में 17 नवंबर को मतदान हुआ था. इसमें इलाके की जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अगली सरकार में सहभागिता के लिए अपने विधायक का चुनाव किया. होशंगाबाद की बात करें तो यहां कुल 83.13 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं अगर सिवनी मालवा विधानसभा की बात करें तो यहां के 84.39 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.
2018 चुनाव परिणाम
सिवनी मालवा में 2018 के चुनाव परिणाम की बात करें तो यहां से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रेमशंकर कुंजीलाल वर्मा (बागवाड़ा) ने अपने कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंदी ओमप्रकाश हजारीलाल रघुवंशी को हराया था. साल 2018 में सिवनी मालवा में जनता ने बीजेपी को- 88 हजार के करीब वोट दिए थे. इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में कांग्रेस- 76 हजार के करीब वोट पहुंचे थे. जबकि, अन्य के खाते में करीब 58 हजार वोट गिरे थे.
2023 से पहले मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. हालांकि, 2020 में सेनेरियो बदला और सिंधिया के साथ बगावत कर कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाई और प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव हुए.