मध्य प्रदेश में पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक शासकीय संस्थान के प्रिंसिपल डॉ.उमेश शुक्ला कहते हैं कि इस मौसमी सर्दी-जुकाम में अजवाइन की भाप लेना काफी फायदा पहुंचा सकती है. इसमें त्रिकटु चूर्ण का नियमित सेवन और संशमनी वटी की दो-दो गोली का सुबह-शाम सेवन करके रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायी जा सकती है.
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भोपाल: कोरोना की दस्तक के साथ ही मौसम में बदलाव का वक्त भी है. ये ऐसा वक्त है जब संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. खासतौर पर सर्दी-जुकाम का होना आम बात है. ऐसे में लोग डरें भी नहीं कि वो कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं. इससे न डरने की सलाह भी आयुर्वेद एक्सपर्ट देते हैं. उनका मामना है कि इस मौसमी सर्दी-जुकाम में अजवाइन की भाप लेना काफी फायदा पहुंचा सकती है.
मध्य प्रदेश में पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक शासकीय संस्थान के प्रिंसिपल डॉ.उमेश शुक्ला कहते हैं कि प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी करके रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाएं वितरित करने के आदेश दिए हैं. इसमें त्रिकटु चूर्ण का नियमित सेवन और संशमनी वटी की दो-दो गोली का सुबह-शाम सेवन करके रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायी जा सकती है.
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डॉ.शुक्ला ये भी कहते हैं कि च्यवनप्राश का सेवन भी लाभकारी है, लेकिन डायबिटिक मरीजों को शुगर फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए. डॉ. शुक्ला के मुताबिक सर्दी जुकाम में कोरोना की आहट तभी संभव है, जब मरीज की ट्रेवल और कांटेक्ट हिस्ट्री में कोरोना संक्रमित मरीज़ हो. ऐसे में सांस लेने में कठिनाई, गले में सूखी खांसी, खराश जैसी तकलीफ पायी जाती है, लेकिन ज्यादातर मौकों पर आम सर्दी-जुकाम का इलाज भी लिया जा सकता है.
शुक्ला कहते हैं कि व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक है तो कोरोना के संक्रमण होने से बचा जा सकता है. उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए हैं.
कोरोना संक्रमण से बचने आयुर्वेदिक टिप्स
- त्रिकटु चूर्ण का नियमित सेवन करें
- संशमनी वटी कि दो-दो गोली का सुबह-शाम सेवन करें
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए चवनप्राश उपयोगी है
- गर्म पानी में अजवाइन डालकर नियमित भाप ली जाए
- जीरा, धनिया, हल्दी का भोजन में पर्याप्त उपयोग करें
- बुजुर्गों और बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएं
- पूरे वक्त गुनगुने पानी का ही सेवन किया जाए
- हर सर्दी जुकाम कोरोना नहीं होता
- ट्रैवल हिस्ट्री, कांटेक्ट हिस्ट्री होने पर सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ पर डॉक्टरों को दिखाएं