Pariksha Pe Charcha 2024: परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में कांकेर के छात्र छात्र शेख तैफूर रहमान ने PM मोदी से सवाल किया. तैफूर रहमान ने एग्जाम हॉल में घबराहट को लेकर सवाल पूछा. जानिए PM मोदी ने इस सवाल का क्या सवाल दिया-
Trending Photos
Chhattisgarh News: आने वाले कुछ दिनों में स्कूली छात्रों की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं. 'परीक्षा', जिसका नाम सुनकर अच्छे अच्छों को डर लग जाता है. इसी डर को बाहर निकालने के लिए सोमवार को PM नरेंद्र मोदी ने देशभर के छात्रों के साथ परीक्षा पे चर्चा की. इस कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के सवालों के जवाब दिए. देश के कोने-कोने से छात्रों ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछे. परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के कांकेर के छात्र शेख तैफूर रहमान ने भी PM नरेंद्र मोदी से सवाल किया. रहमान ने परीक्षा हॉल में छात्रों को होने वाली घबराहट को लेकर सवाल पूछा, जिसका सॉल्यूशन PM ने दिया.
कांकेर के रहमान ने पूछा सवाल
कांकेर के जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र शेख तैफूर रहमान परीक्षा पे चर्चा के कार्यक्रम में शामिल हुए. रहमान ऑनलाइन इस कार्यक्रम में जुड़े और प्रधानमंत्री से सवाल पूछा. रहमान का प्रश्न था- परीक्षा हॉल में घबराहट में बच्चे गलती कर देते हैं. इससे कैसे बचें?
PM मोदी ने दिया सॉल्यूशन
रहमान के सवाल का सॉल्यूशन बताते हुए PM मोदी ने कहा- घूम फिर कर तनाव फिर आ गया. इस तनाव से मुक्ति जरूरी है. कुछ गलतियां पैरेंट्स के अति-उत्साह के कारण भी होती हैं. बच्चे क्या पहन कर जाएं पैरेंट्स इस पर ज्यादा प्रेशर न दें. आवश्यकता से ज्यादा खाना न खिलाएं. बच्चों को उनकी मस्ती में रहने दीजिए. बच्चों को खुद में खो कर रहना है. पहले या बाद में प्रश्नपत्र मिले तब बच्चे हड़बड़ाए नहीं. पहले पूरा प्रश्नपत्र पढ़िए, फिर तय करिए कि किस प्रश्न में लगभग कितना समय लगेगा उसके मुताबिक प्राथमिकता तय कर प्रश्नपत्र हल करिए. टेक्नोलॉजी के चलते लिखने की आदत कम हुई है, इसलिए लिखने की आदत डालनी जरूरी है. ये सब उपाय करेंगे तो घबराहट नहीं होगा. बच्चे खुद की क्षमता पर फोकस करें.
PM मोदी ने 7वीं बार की परीक्षा पे चर्चा
PM नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 7वीं बार परीक्षा पे चर्चा की. इस कार्यक्रम को संबोधित कर PM नरेंद्र मोदी ने बच्चों को कई गुरु मंत्र दिए. प्रधानमंत्री ने छात्रों के सवालों के जवाब देते हुए उनसे कहा कि प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होनी चाहिए, दोस्तों के प्रति ईर्ष्या की भावना नहीं रखनी चाहिए. कभी भी दूसरों से नहीं, खुद से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए. जहां आप मजबूत हैं, वहां आप दूसरों की मदद करें और जिस विषय में वह मजबूत हो, उससे मदद लें. इससे दोनों मिलकर परीक्षा के तनाव को दूर कर सकते हैं. छात्रों के अलावा PM ने अभिभावकों और टीचर्स से भी चर्चा की.