मंदसौर में खाद्य विभाग ने नष्ट किया 6 क्विंटल दूषित मावा, गोदाम किया सील
Advertisement

मंदसौर में खाद्य विभाग ने नष्ट किया 6 क्विंटल दूषित मावा, गोदाम किया सील

मध्यप्रदेश के मंदसौर में प्रशासन और खाद्य विभाग कि संयुक्त कार्रवाई में 600 किलो दूषित मावे को नष्ट किया गया है.

मावे के नष्टिकरण की प्रक्रिया एक निर्जन स्थान पर जेसीबी की मदद से की गई.

नई दिल्लीः मध्यप्रदेश के मंदसौर में प्रशासन और खाद्य विभाग कि संयुक्त कार्रवाई में 600 किलो दूषित मावे को नष्ट किया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने यह मावा एक छापेमार कार्रवाई के दौरान जब्त किया था, जब्त किया गया मावा 4 महीने पुराना बताया जा रहा है. दूषित मावा गुरुवार को सीतामऊ में नेहा स्वीट्स के गोदाम मेहता मावा भंडार से एक छापामार कार्रवाई में जब्त किया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक इस दूषित मावे का इस्तेमाल आने वाले राखी के त्यौहार के दौरान सप्लाई किया जाना था.

प्रशासन और खाद्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में इसी संस्थान के 1575 किलो मावे से भरे गोदाम को भी सील कर दिया गया है और जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं. मावे के नष्टिकरण की प्रक्रिया एक निर्जन स्थान पर जेसीबी की मदद से की गई. एक गड्ढा खोदकर इसमें दूषित मावे को डाला गया और फिर मिट्टी डालकर इस स्थान को भर दिया गया. इस पूरे मामले में खाद्य अधिकारियों कि भूमिका संदेह के घेरे में रही. इनपर भी प्रशासकीय टीम ने भरोसा नहीं किया और एन समय पर जिला खाद्य अधिकारी को एसडीएम ने छापा मारने के स्थान के बारे में सूचना दी.

देखें लाइव टीवी

MP में जमानत के लिए HC ने लगाई अनोखी शर्त, पौधे लगाने के साथ करनी होगी उनकी देखरेख
 

मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को अचानक ही छापेमार कार्रवाई की सूचना दी और सीधे घटनास्थल पर पहुंचने को कहा. प्रशासकीय टीम का कहना है कि इलाके में सेहत के साथ खिलावाड़ के चल रहे इन धंधों में अगर किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की मिली भगत पाई गई तो उन पर कड़ी कार्रवाई होगी और जांच बैठाई जाएगी.

VIDEO: जब अपनी जमीन पाने की खातिर नायब तहसीलदार के कदमों में गिरी महिला

वहीं संस्थान के संचालक का कहना है कि उनका फ्रिज काफी समय से बंद पड़ा हुआ था, जिसकी वजह से फ्रिज में रखा मावा भी खराब हो गया था. खराब हुए मावा को वह खुद ही नष्ट करने वाले थे, लेकिन वह काफी व्यस्त चल रहे थे जिसके चलते यह मावा नष्ट नहीं किया जा सका.

Trending news