क्या आपने कभी सोचा है कि सात साल का बच्चा अपने दांतों से 20 क्विंटल वजन की कोई चीज खीच सकता है, तो शायद आपका जवाब न ही होगा, लेकिन कुछ ऐसा ही कारनामा करके दिखाया है, मध्य प्रदेश के दतिया में रहने वाले एक सात साल के बच्चे ने जिसने अपने दांतों से 20 क्विंटल वजन का गदा खींचकर दिखाया है.
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मनोज गोस्वामी/दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया में कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया. क्योंकि दतिया में सात साल के एक बच्चे ने अपने दांतों से 20 क्विंटल वजन का गदा खींचा, जिसे देखकर सब हैरत में पड़ गए. क्योंकि 20 क्विंटल का गदा खींचना आसान काम नहीं था. इस कारनामे के बाद स्थानीय लोगों ने बच्चे का सम्मान भी किया. बच्चे का कहना है कि उसने यह कमाल हनुमानजी की कृपा से किया है.
दांतों से खींचा गदा
दतिया में रहने वाले एडवेंचर स्पोर्ट्स के वर्ल्ड चैंपियन कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव के पोते 7 वर्षीय बेटा आर्यमन श्रीवास्तव ने अपने घर में रखी लगभग 20 कुंटल बजनी गदा को दांतो से खींच कर दिखाया, यह सब चमत्कार पहले कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव ने आर्यमन को करते देखा था, जिसके बाद उन्होंने इसे सबके सामने करवाया.
बच्चे के दादा रह चुके हैं वर्ल्ड चैंपियन
कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने यह गदा निर्माणाधीन हनुमान मंदिर के लिए बनवाई है, लेकिन गदा हनुमान मंदिर के सामने रखी थी, इसलिए उनका पोता गदा से खेलने लगा था, क्योंकि बालक के दादा कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव एडवेंचर स्पोर्ट्स के वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं. वह भी कई हैरतअंगेज कारनामे कर चुके हैं, उन्होंने तो अपने दांतो से हवाई जहाज खींचा था और तो और दांतो से ही टनों वजनी पानी के जहाज भी खींचे थे, जिससे वह वर्ल्ड चैंपियन बने और देश विदेशों में सम्मान हासिल किया. उन्होंने कहा अभी कई प्रोग्राम्स उनके विदेशों में है.
आर्यमन अपने दादा के वीडियो और एक्सरसाइज देखता है, ऐसे में उसने कम उम्र में ही साहस का काम किया है. उसका कहना है कि उसने यह सब हनुमानजी की कृपा और अपने दादा की प्रेरणा के दम पर किया है. आर्यमान की उम्र महज 7 वर्ष है और वह कक्षा 2 का विद्यार्थी है.
आर्यमन ने जो गदा अपने दांतों से खींचा है, उसका वजन 19.500 है, जिसकी लंबाई 40 फुट ऊंचाई 14 फुट और चौड़ाई 13 फुट है. यह कारनामा करने के बाद आर्यमन काफी उत्साहित है, उसने कहा कि वह आगे साहसिक खेलों का हिस्सा बनना चाहता है, उसके जज्बे को देखकर सभी ने उसका उत्साहवर्धन और सम्मान किया.