Bhoopesh Baghel Shastr Pooja: दशहरा के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीएम हाउस में शस्त्र पूजा की. इसके बाद पुलिस कर्मियों ने हवाई फायर की. इस दौरान सीएम हाउस और मुख्यमंत्री के सभी सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे.
Trending Photos
Shastr Pooja by Bhoopesh Baghel: रायपुर। पूरे देश में आज विजयादशमी के पर्व की धूम है. दशहरे को शस्त्र पूजा का भी विधान है, इस कारण देशभर में आज शस्त्र पूजा भी की जा रही है. इसे मान्यता को निभाते हुए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शस्त्र पूजा का दौर जारी रहा. राजभावन से लेकर मुख्यमंत्री निवास और पुलिस लाइन स्थित शस्त्रागार में शस्त्र पूजी की गई. राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूजा के बाद देश प्रदेश के लोगों को दशहरे की शुभकामना दी.
सीएम भूपेश बघेल ने भी शस्त्र पूजा मंत्रोचार के साथ के साथ शामिल हुए. इस दौरान सीएम हाउस और मुख्यमंत्री के सभी सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने दशहरे की शस्त्र पूजा के अवसर उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों सहित प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है. यह पर्व हमें अपने अहंकार और बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने की सीख देता है.
राज्यपाल ने भी की शस्त्रपूजा
राज्यपाल अनुसुईया उइके भी राजभवन में आयोजित शस्त्र पूजा और हवन में शामिल हुईं. उन्होंने राजभवन परिसर में शस्त्र पूजा की और इसके बाद आयोजित हवन में शामिल हुईं. उन्होंने इस मौके पर आमंत्रित गायत्री परिवार के सदस्यों को उपहार भेंट किया. राज्यपाल अनुसुईया उइके ने सभी को दशहरा की बधाई और शुभकामनाएं दीं.
पुलिस शस्त्रागार में भी शस्त्र पूजा
मुख्यमंत्री निवास के अलावा राजधानी में पुलिस लाइन स्थित शस्त्रागार में शस्त्र पूजा की गई. इसमें एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने शस्त्रों की पूजा की. इस कार्यक्रम में तमाम आला पुलिस अधिकारियों के साथ कर्मचारी शामिल हुए. पूजा के बाद अफसरों ने हवा में गोलियां चलाईं.
क्यों होती है शस्त्र पूजा
बता दें दशहरा के रोज बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया जाता है. दशहरा पर्व को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन अस्त्र-शस्त्र की पूजा का विधान है. मान्यता है कि इस दिन शस्त्र पूजा से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए देशभर में दशहरे को रोज शस्त्र पूजा की जाती है.