जांच में पता चला कि धनाराम ने शादी से पहले एक लाख 60 हजार रुपए दुल्हन के भाई राजू को दिए थे. जिसे लेकर पूरा गिरोह फरार हो चुका था. जांच में पता चला कि जिस दुल्हन को वह शिवानी समझ रहा था, वह असल में मीनाक्षी थी और जिसे उसका भाई बताया गया था, वह उसका पति था.
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पुष्पेंद्र वैद्य/इंदौरः इंदौर की लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह द्वारा राजस्थान के दो दूल्हों को अपना शिकार बनाने का मामला सामने आया है. लुटेरी दुल्हन ने दोनों दूल्हों को शादी के नाम पर ठगा और उनसे लाखों रुपए की ठगी को अंजाम दिया. शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर गिरोह के दो लोगों को हिरासत में ले लिया है. वहीं लुटेरी दुल्हन और गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
क्या है मामला
राजस्थान के रहने वाले धनाराम पटेल अपनी शादी के लिए लड़की की तलाश कर रहे थे. इसी दौरान एक रिश्तेदार के माध्यम से धनाराम का संपर्क महेंद्र यादव नामक व्यक्ति से हुआ. महेंद्र यादव ने अपनी रिश्तेदारी में शादी के लिए लड़की बताई और इंदौर की रहने वाली शिवानी और उसके माता-पिता प्रमिला यादव और अभिषेक यादव से धनाराम की मुलाकात कराई. लड़की पसंद आने पर धनाराम को कोर्ट ले जाकर शिवानी के साथ शादी करा दी गई.
शादी के बाद दूल्हा धनाराम अपनी पत्नी शिवानी के साथ खजराना मंदिर गए. जहां से दुल्हन फरार हो गई. काफी तलाश के बाद भी जब लड़की नहीं मिली तो धनाराम अपनी दुल्हन के घर भंवरकुआं थाना क्षेत्र के नानक नगर पहुंचा. वहां जाकर देखा तो दुल्हन के कथित माता-पिता भी नहीं थे. इस पर धनाराम ने इसकी शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने जांच की तो पता चला कि धनाराम के साथ शादी के नाम पर ठगी हुई है. उसकी शादी का एग्रीमेंट भी फर्जी है.
जांच में पता चला कि धनाराम ने शादी से पहले एक लाख 60 हजार रुपए दुल्हन के भाई राजू को दिए थे. जिसे लेकर पूरा गिरोह फरार हो चुका था. जांच में पता चला कि जिस दुल्हन को वह शिवानी समझ रहा था, वह असल में मीनाक्षी थी और जिसे उसका भाई बताया गया था, वह उसका पति था. लड़की के माता-पिता भी फर्जी थे. पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में एक महिला भी शामिल है, जिसका परिचय लड़की की मां के तौर पर कराया गया था.
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह ने शादी के नाम पर राजस्थान के ही एक अन्य व्यक्ति के साथ भी 2 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की थी. फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है. वहीं यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह ने अभी तक कितने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है.