नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस मुद्दे पर बात करेंगे कि जहां पर शराब की वैधानिक दुकानें नहीं हैं वहां आगामी वित्तीय वर्ष में शराब की दुकानें खोली जाएं. इस तरह से अवैध शराब पर अंकुश लगाया जा सकता है.
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भोपालः एक तरफ मुरैना में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मध्य प्रदेश में शराब की दुकानें बढ़ाए जाने की बात कही है. दरअसल, नरोत्तम मिश्रा का मानना है कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की दुकानें नहीं होने से लोग नकली शराब खरीदते हैं.
इसकी वजह से अवैध शराब का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. इसलिए उनका तर्क है कि सरकारी शराब की दुकानें खोली जाएं, जिससे लोग नकली शराब खरीदने से बचेंगे और मुरैना की तरह के हादसों पर रोक लगाई जा सकेगी.
जब नरोत्तम मिश्रा से अवैध शराब के कारोबार पर सवाल किया गया सवाल किया गया तो उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की दुकानें नहीं होने से अवैध शराब का कारोबार बढ़ रहा है. इसलिए आबकारी नीति में बदलाव कर शराब के लाइसेंस की संख्या बढ़ाई जा सकती है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस मुद्दे पर बात करेंगे कि जहां पर शराब की वैधानिक दुकानें नहीं हैं वहां आगामी वित्तीय वर्ष में शराब की दुकानें खोली जाएं. इस तरह से अवैध शराब पर अंकुश लगाया जा सकता है. गृह मंत्री ने इसके फायदे गिनाते हुए बोले कि जब लोगों को सही दाम पर वैध शराब मिलेगी तो वह अवैध और नकली शराब नहीं खरीदेंगे. दूसरा वैध शराब की विक्री से राजस्व भी बढ़ेगा.
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कांग्रेस ने साधा निशाना
नरोत्तम मिश्रा इस बयान पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कि एमपी की सरकार शराब की दुकान हो गई है. प्रदेश में शराब बंदी होनी चाहिए थी, लेकिन यह सरकार शराब की दुकानें बढ़ाने की बात कर रही है. पीसी शर्मा ने कहा कि शराब की दुकानें बढ़ने से मध्य प्रदेश में शराब का तांडव होगा.
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मुरैना की घटना के बाद उठ रहे हैं सवाल
मुरैना जिले के छैरा मानपुर गांव में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि कई लोग अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं. इस घटना के बाद से लगातार सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि यह कोई पहला मौका नहीं था, इससे पहले खरगोन, रतलाम और उज्जैन जिले में भी नकली शराब पीने से लोगों की मौत हुई थी.
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