भोपाल पुलिस के 12 बाउंसर: भीड़ कंट्रोल करने खड़े रहते हैं सबसे आगे, जानिए खासियत
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh848036

भोपाल पुलिस के 12 बाउंसर: भीड़ कंट्रोल करने खड़े रहते हैं सबसे आगे, जानिए खासियत

भोपाल पुलिस (Bhopal Police) ने भीड़ नियंत्रण के दौरान आ रही समस्याओं को देखते हुए 12 बाउंसर (12 Bouncers of Bhopal Police) को तैयार करने का फैसला किया. वह सितंबर 2019 से ही ऐसे पुलिस वालों की तलाश में लग गई जो पुलिस ड्यूटी के साथ शारीरिक तौर पर पुलिस के लिए बाउंसर का काम भी कर सके.

भोपाल पुलिस के 12 बाउंसर: भीड़ कंट्रोल करने खड़े रहते हैं सबसे आगे, जानिए खासियत

राहुल मिश्रा/भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में पुलिस विभाग (MP Police Dept) ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए अनोखी पहल शुरू करते हुए 12 बाउंसरों को खड़ा किया था. उसी पहल में सफलता को देखते हुए अब विभाग ने उन 12 को बढ़ाने का फैसला कर लिया है. किसी भी तरह की कानून व्यवस्था में ड्यूटी के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इन बाउंसरों को सबसे आगे खड़ा किया जाता है. आइए जानते हैं इनकी कुछ खासियतें इस खबर में.

यह भी पढ़ेंः- Valentine Day:अमर प्रेम की कहानी का साक्षी है मांडू, बादशाह अकबर को भी हुआ था पछतावा

स्पेशल ड्यूटी करने के लिए ही किया तैयार
भीड़ नियंत्रण में सबसे आगे खड़े होने के अलावा किसी वीआईपी (VIP), नेता और बड़े अधिकारियों का सुरक्षा घेरा भी इन्हीं बाउंसरों की मदद से बनता है. भोपाल पुलिस विभाग ने इन्हें इसी काम के लिए खास तौर पर तैयार किया. उनका मानना है कि बाउंसरों के सबसे आगे खड़े होने पर लोगों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनता है और वे कोई भी हरकत करने से पहले दो बार सोचते हैं. इससे पुलिस विभाग को भी भीड़ कंट्रोल करने में आसानी होती है.

जल्द ही इनकी संख्या को किया जाएगा 20
बीते सालों में भीड़ नियंत्रण में सफलता को देखते हुए भोपाल पुलिस जल्द ही इनकी संख्या को 12 से बढ़ाकर 20 करने जा रही है. इन जवानों की तलाश भोपाल पुलिस ने दो साल पहले सितंबर 2019 में करना शुरू कर दिया था. उन्होंने देखा कि ऐसे कौन से सिपाही हैं, जो पुलिस ड्यूटी के साथ ही शारीरिक रूप से पुलिस के बॉडी बिल्डर के रूप में नजर आए. 

यह भी पढ़ेंः- CGPSC-2020: प्रारंभिक परीक्षा आज, शामिल होंगे 1 लाख 15 हजार परीक्षार्थी, जानें एग्जाम गाइडलाइंस

इतने सालों की तलाश और ट्रेनिंग के बाद पुलिस के पास ऐसे बाउंसरों की टीम मौजूद है, जो उन्हें कार्यक्रम के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में मदद करती है. उनकी मदद से भीड़ पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनता है और पुलिस का मनोबल भी बढ़ता है.

यह भी पढ़ेंः-  Aadhaar card को पैन कार्ड से कराएं लिंक, मिलते हैं ये फायदे

यह भी पढ़ेंः- बजट से पहले 3000 करोड़ का लोन लेगी शिवराज सरकार, पहले से है 33630 करोड़ का कर्जा

WATCH LIVE TV

Trending news