राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले शहडोल उत्तर वन मंडल के कर्मचारी यज्ञ नारायण सेन अपने 100 से ज्यादा मेडल्स और ट्रॉफी लेकर इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे हैं.
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शहडोल: राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले शहडोल उत्तर वन मंडल के कर्मचारी यज्ञ नारायण सेन अपने 100 से ज्यादा मेडल्स और ट्रॉफी लेकर इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे हैं. भोपाल स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे यज्ञ नारायण सेन का कहना हैं कि मैंने राष्ट्रीय स्तर पर लॉग रेस में कई मेडल जीते हैं. मेरे पास 100 से ज्यादा मेडल्स और टॉफी हैं, लेकिन बावजूद इसके मुझे कोई भी लाभ सरकार के द्वारा मुहैया नहीं कराया जा रहा है जबकि इसके पीछे कोई लीगल कारण नहीं है.
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इच्छा मृत्यु की मांग कर रहा हूं
नारायण सेन ने कहा मेरा प्रमोशन होने की जगह डिमोशन हो रहा है. वहीं नियम अनुसार जो पदोन्नति और लाभ मिलने चाहिए वह भी नहीं मिल रहा है. जबकि जूनियर स्तर के साथियों को मुझसे अधिक लाभ दिए जा रहे हैं. मैं तमाम अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के पास अर्ज़ी लगा चुका हूं, लेकिन मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. इसलिए मैं अब राज्यपाल महोदय से इच्छा मृत्यु की मांग कर रहा हूं.
वनमंडल में पदस्थ लेकिन सिस्टम से हारा
उत्तर वनमंडल में पदस्थ चौकीदार यज्ञ नारायण ने साल 2003 में विभागीय खेल प्रतिभा में हिस्सा लेकर 5 किमी, 10 किमी, औऱ 25 किमी की रेस और वॉक प्रतियोगिता में भाग लेकर वन विभाग का राज्य से लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर मान बढ़ाया है. लेकिन अब खेल विभाग के अधिकारियों को यह रास नहीं आ रहा औऱ कोई उनकी मदद करने को तैयार नहीं है.
30 साल में एक भी पदोन्नति नहीं
यज्ञनारायण सेन की मानें तो 9 फरवरी 1988 से वह वनविभाग में चौकीदार के पद पर पदस्थ है. उसके बाद जिन कर्मचारियों की नियुक्ति हुई थी उन्हें 2 पदोन्नति का लाभ मिल चुका है. जबकि पिछले लगभग 30 साल के कार्यकाल में उसे एक भी पदोन्नति का लाभ नहीं मिला. जिसके चलते वह हताश और निराश है.
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जरूर मिलेगा न्याय
अब राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी इच्छा मृत्यु मांगने भाजपा दफ्तर पहुंचने और सरकार पर आरोपों को लेकर भाजपा विधायक यशपाल सिसोदिया ने कहा कि हमारी सरकार कर्मचारियों के प्रति जिम्मेदार हैं अगर वन कर्मी की मांगें जायज हैं तो उन्हें न्याय जरूर मिलेगा.
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