पानीपत : अंतिम संस्कार से पहले जीवित हुआ आदमी, डॉक्टरों ने किया था मृत घोषित!
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पानीपत : अंतिम संस्कार से पहले जीवित हुआ आदमी, डॉक्टरों ने किया था मृत घोषित!

इसे डॉक्टरों की लापरवाही कहें या कुदरत का करिश्मा कि जिस व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था, वह कुछ घंटे बाद जिंदा हो गया.

पानीपत के कृष्ण मित्तल को गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था (फोटो-ANI)

नई दिल्ली : नामी-गिरामी और 5 सितारा अस्पतालों में मरीजों के साथ लापरवाही के मामले आए दिन उजागर होते रहते हैं. छोटे से इलाज के लिए भारी-भरकम बिल की खबरें तो आपने खूब सुनी होंगी, लेकिन दिल्ली के जानेमाने अस्पताल सर गंगाराम के डॉक्टरों ने तो एक कदम आगे बढ़कर अजूबा ही कर डाला. डॉक्टरों ने यहां इलाज के लिए आए 60 वर्षीय व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिजन जब अंतिम संस्कार के लिए शव को ले जा रहे थे, तभी व्यक्ति जीवत हो उठा. मृत व्यक्ति के जिंदा होने से वहां मौजूद सभी लोगों के होश उड़ गए. हालांकि अपने साथी को जीवित देख परिजनों ने खुशी जाहिर की है, लेकिन अस्पताल पर गंभीर लापरवाही करने के आरोप लगाए हैं.

  1. दो दिन से पेट में संक्रमण होने पर भर्ती कराए गए थे कृष्ण मित्तल
  2. हॉस्पिट ने डेथ सर्टिफिकेट जारी करने की बात किया इनकार
  3. एंबुलेंस में ले जाते समय शरीर पर उभरे पसीने से लौटी खुशियां

उधर, हॉस्पिटल ने परिजनों के आरोपों को निराधार बताया है. हॉस्पिटल प्रबंधन ने दावा किया है कि उन्होंने परिजनों के हठ करने पर कृष्ण कुमार को उनके रिस्क पर ले जाने दिया और डिस्चार्ज स्लिप में उन्होंने मरीज की गंभीर हालात का जिक्र किया था ना कि उसके मृत होने का. हॉस्पिटल ने डेथ सर्टिफिकेट जारी करने से भी इनकार किया है.

जानकारी के अनुसार, पानीपत के हैंडलूम कारोबारी कृष्ण मित्तल को पेट में संक्रमण होने के बाद 19 जून को दिल्ली के बड़े अस्पताल गंगाराम में भर्ती कराया गया था. यहां दो दिन तक उनका इलाज चलता रहा, लेकिन शुक्रवार की रात डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अस्पताल ने उनका डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया.

शनिवार को शोकाकुल मित्तल परिवार कृष्ण मित्तल के अंतिम संस्कार की तैयारी में लग गया. उद्योगपति की मौत की खबर पर काफी संख्या में लोग उनके निवास पर जुटने लगे.

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मित्तल के परिजन शनिवार जब शव को एंबुलेंस में रखकर पानीपत ले जा रहे थे, रास्ते में शव में कुछ हलचल दिखाई दी और शरीर पर पसीना भी उभर आया. परिजन उन्हें सीधा एक अन्य अस्पताल ले गए, जहां के डॉक्टरों ने उनके जिंदा होने की पुष्टि की.

अंतिम संस्कार की जगह अब जन्मदिन
इस समय उनका इलाज चल रहा है. कृष्ण मित्तल के जिंदा हो उठने पर शोकाकुल परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. अब कृष्ण मित्तल के परिजन उनका अंतिम संस्कार करने की वजाए उनका जन्मदिन मनाने में जुट गए. 

मित्तल के परिजनों ने गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मित्तल के परिजनों ने बताया कि कृष्ण मित्तल का शनिवार को 60वां जन्मदिन है और जन्मदिन पर उन्हें नया जीवन मिला है. 

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