Modhera: ये गांव बना देश का पहला 24X7 सोलर पॉवर्ड विलेज, घरों में आ रहे जीरो बिजली बिल
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Modhera: ये गांव बना देश का पहला 24X7 सोलर पॉवर्ड विलेज, घरों में आ रहे जीरो बिजली बिल

Gujarat News: गुजरात का मोढेरा अब देश का पहला 24x7 सौर ऊर्जा से संचालित गांव बनने जा रहा है. केंद्र-राज्य की इस परियोजना से हम ग्रामीण जन बहुत ही खुश हैं. गांव के घरों में अब जीरो बिजली बिल आ रहा है.

Modhera: ये गांव बना देश का पहला 24X7 सोलर पॉवर्ड विलेज, घरों में आ रहे जीरो बिजली बिल

PM Modi Gujarat Visit: सूर्य मंदिर के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध गुजरात का मोढेरा अब देश का पहला 24x7 सौर ऊर्जा से संचालित गांव बनने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आगामी गुजरात के दौरे पर 9 अक्टूबर के दिन मोढेरा को चौबीसों घंटे BESS सौर ऊर्जा संचालित गांव घोषित करेंगे.

CM ने जताई खुशी

मोढेरा के इस सौर ऊर्जा परियोजना के बारे में बात करते हुए, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, 'मुझे खुशी है कि गुजरात ने एक बार फिर से स्वच्छ और हरित ऊर्जा पैदा करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. साल 2030 तक अक्षय ऊर्जा के माध्यम से भारत की 50% ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के प्रधानमंत्री जी के संकल्प को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.'

कैसी रही मोढेरा के सौर ऊर्जा परियोजना की यात्रा

भारत सरकार और गुजरात सरकार ने मेहसाणा के सुजानपुरा में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के साथ एकीकृत सौर ऊर्जा परियोजना जो कि सूर्य मंदिर से मात्र 6 किमी. की दूरी पर स्थित है, के माध्यम से मोढेरा को 24x7 सौर ऊर्जा आधारित बिजली प्रदान करने के लिए 'सोलराइजेशन ऑफ मोढेरा सन टेम्पल एंड टाउन' पहल की शुरुआत की. गुजरात सरकार ने इस परियोजना के विकास के लिए 12 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है.

केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त योजना

इस परियोजना के लिए भारत सरकार और गुजरात सरकार के द्वारा दो चरणों में 50:50 के आधार पर संयुक्त रूप से 80.66 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, यानी फेज-I में 69 करोड़ और फेज- II में 11.66 करोड़ रुपये. सौर ऊर्जा से बिजली की सुविधा प्राप्त करने वाले मोढेरा के सभी 1300 घरों में से प्रत्येक घर में एक किलोवॉट की क्षमता वाले सोलर रूफटॉप सिस्टम को स्थापित किया गया है. इन सौर पैनलों के माध्यम से दिन के समय बिजली की आपूर्ति की जाती है और शाम को BESS यानी बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स के जरिए घरों में बिजली की आपूर्ति होती है.

क्यों है खास है ये परियोजना?

• इस परियोजना के माध्यम से मोढेरा शुद्ध अक्षय ऊर्जा उत्पादक बनने वाला भारत का पहला गांव बन गया है.
• यह पहला ऐसा आधुनिक गांव है, जिसमें सौर आधारित अल्ट्रा-मॉडर्न इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की सुविधा उपलब्ध है.
• भारत का पहला ग्रिड कनेक्टेड MWh स्केल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम स्थापित किया गया है.
• यहां के स्थानीय लोग आवासीय बिजली बिलों में 60% से 100% की बचत कर रहे हैं.

सोलराइजेशन ऑफ सन टेम्पल

विश्व प्रसिद्ध मोढ़ेरा सूर्य मंदिर में सौर ऊर्जा से संचालित 3-डी प्रोजेक्शन पर्यटकों को मोढेरा के समृद्ध इतिहास की जानकारी देगा. यह 3-डी प्रोजेक्शन हर शाम 7:00 से 7:30 बजे तक संचालित किया जाएगा. इसके अलावा, मंदिर के सौंदर्यीकरण के रूप में इसके परिसर में सौर ऊर्जा द्वारा संचालित हेरिटेज लाइटिंग भी लगाई गई हैं. दर्शक रोजाना शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक इस आकर्षक लाइटिंग का आनंद ले सकते हैं.

बिजली बिल हुआ जीरो

मोढेरा गांव की सरपंच जतनबेन डी. ठाकोर बताती हैं कि केंद्र-राज्य की इस परियोजना से हम ग्रामीण जन बहुत ही खुश हैं. पहले हमारे यहां बिजली बिल लगभग 1 हजार रुपये के आसपास आता था लेकिन अब यह लगभग जीरो हो गया है. सभी लोगों के घरों की छतों पर बिना किसी खर्च के सोलर पैनल लगाए गए हैं. यहां तक कि इन सोलर पैनल्स से जब कभी हमारी आवश्यकता से अधिक ऊर्जा की बचत होती है तो सरकार हमें इसके लिए अतिरिक्त पैसे भी देती है.'

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