Mughal Princess: भारत में मुगलों की सल्तनत 1526 से लेकर 1707 तक मानी जाती है. इसके बाद मुगलों की भारत पर पकड़ कमजोर पड़ने लगी थी. 1857 तक आते-आते तो मुगल सल्तनत खत्म ही हो गई थी. 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई हुई थी, जिसमें बाबर ने इब्राहिम लोधी को मात दी थी.
Trending Photos
Mughal Dark Secrets: मुगल बादशाहों ने लंबे समय तक हिंदुस्तान पर हुकूमत की है. बाबर से लेकर औरंगजेब तक, सभी के राज में भारत में कुछ न कुछ हुआ है. अपने शासन काल में इन मुगल बादशाहों ने कई फरमान भी जारी किए, जो आज इतिहास की किताबों में दर्ज हैं. इन फरमानों में कुछ मुगल रानियों और राजकुमारियों के लिए भी हैं.
भारत में मुगलों की सल्तनत 1526 से लेकर 1707 तक मानी जाती है. इसके बाद मुगलों की भारत पर पकड़ कमजोर पड़ने लगी थी. 1857 तक आते-आते तो मुगल सल्तनत खत्म ही हो गई थी. 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई हुई थी, जिसमें बाबर ने इब्राहिम लोधी को मात दी थी. इसके बाद भारत में मुगल राज शुरू हुआ. इसके बाद हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब ने मुगल राज को मजबूत किया.
लेकिन आज हम आपको मुगल राजकुमारियों के बारे में कुछ जरूरी बातें बताएंगे. ये भी कहा जाता है कि शहंशाह अपनी बेटियों यानी मुगल शहजादियों की शादी नहीं करते थे? लेकिन क्या यह बात सच है? आइए जानते हैं. कई लोग कहते हैं कि मुगल बादशाहों ने अपनी बेटियों, पोती और परपोती के निकाह पर बैन लगाया हुआ था. इसके लिए अकबर को जिम्मेदार माना जाता है. लेकिन यह अफवाह से कम नहीं है.
अगर अकबरनामा, जहांगीरनामा, शाहजहांनामा या औरंगजेब के दरबार का इतिहास देखा जाए तो कभी भी अकबर या किसी मुगल शहजादी के निकाह पर बैन लगाने का जिक्र किसी बादशाह के शासनकाल में नहीं मिलता. कहा जाता है कि मुगल अपने खास रिश्तेदारों में ही निकाह करते थे. हालांकि यह वजह कितनी सही है, इसका जिक्र नहीं मिलता.माना जाता है कि मुगल सल्तनत किसी करीबी को ही देना पसंद करते थे. इसलिए मुगल शहजादियों की करीबी रिश्तेदारियों में ही शादी कर दी जाती थी. अकबर ने अपनी चचेरी बहन सलीमा और रुकैया से शादी की थी. जबकि अराम बानो बेगम को छोड़कर अकबर की सारी बेटियों की शादियां रिश्तेदारियों में ही हुई थी. जहांगीर की भी पहली तीन शादियां राजपूत चचेरी बहनों से हुई थी.
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे