Mukhtar Abbas Naqvi On Kanwar Yatra: योगी सरकार का फैसला आते ही कांवड़ यात्रा पर मुख्तार नकवी का भी बयान आ गया है, उनके तेवर बदले हुए नजर आए. अब जानें कैसे दूर हुआ उनका भ्रम.
Trending Photos
Mukhtar Abbas Naqvi: पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस आदेश पर हो रही राजनीति पर बयान दिया है. नकवी ने कहा कि प्रशासनिक भ्रम को दूर कर दिया गया है और किसी भी तरह का सांप्रदायिक भ्रम पैदा करने की जरूरत नहीं है. यह किसी मुल्क, मजहब, मानवता के लिए अच्छा नहीं है. आस्था का सम्मान और आस्था की सुरक्षा पर सांप्रदायिक सियासत नहीं होनी चाहिए.
VIDEO | "It was a local administrative direction. The state government has issued clarification on the directive. These directives were issued to respect the belief of the Kanwar yatris, it should not be turned into a communal issue," says BJP leader Mukhtar Abbas Naqvi… pic.twitter.com/48c7202fL3
— Press Trust of India (@PTI_News) July 19, 2024
यह भी पढ़ें:- Kanwar Yatra: 'अधिकारियों की हड़बड़ी में गड़बड़ी...', योगी सरकार के खिलाफ मुख्तार अब्बास नकवी? फोटो शेयर करने की आ गई नौबत
नकवी बोले- मैं खुद कांवड़ यात्रा में गया हूं
मीडिया से बातचीत में मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'एक सीमित प्रशासनिक दिशानिर्देश के कारण इस तरह का असमंजस हुआ था, मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने जो भी सांप्रदायिक भ्रम पैदा हुआ था उसे दूर किया है. जहां तक नाम का सवाल है तो योगी सरकार ने किसी धर्म के लोगों को यह निर्देश नहीं दिया है. ये आदेश सभी दुकानदारों के लिए है. कांवड़ यात्रा के समय श्रद्धालु खाने पीने की कई चीजों से परहेज करते हैं. इसलिए उनकी श्रद्धा का सम्मान होना चाहिए. नकवी से मीडिया से बातचीत में लास्ट में कहा कि मैं खुद कांवड़ यात्रा में गया हूं भइया.
कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गडबड़ी वाली ..अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं...आस्था का सम्मान होना ही चाहिए,पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए...."जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात।
रैदास पूत सब प्रभु के,कोए नहिं जात कुजात।।— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) July 18, 2024
पहले नकवी ने कांवड़ यात्रा पर उठाए थे सवाल
इससे पहले बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि, 'कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गडबड़ी वाली अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं. आस्था का सम्मान होना ही चाहिए,पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि “जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात. रैदास पूत सब प्रभु के,कोए नहिं जात कुजात.'
यह भी पढ़ें:- Kawad Yatra: कांवड़ रूट पर 'हलाल' सामान बेचा तो खैर नहीं, यूपी में नेमप्लेट विवाद की पूरी कहानी
ट्रोल्स होने के बाद नकवी ने शेयर की कांवड़ यात्रा की तस्वीर
नकवी के इस ट्वीट पर जब कुछ लोगों ने उन्हें 'ट्रोल' करने का प्रयास किया. जिसके बाद नकवी ने गुरुवार (18 जुलाई, 2024) को कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेने से जुड़ा खुद का फोटो शेयर किया. और पोस्ट के दौरान लिखा ''अरे ट्रोलर टट्टुओं...कांवड यात्रा के सम्मान, श्रद्धा का सर्टिफिकेट कम से कम मुझे तो मत बाटो, मेरा हमेशा मानना है कि "कोई भी आस्था असहिष्णुता, अस्पृश्यता की बन्धक नहीं होनी चाहिए.' नकवी की इस पुरानी तस्वीर में वह अपने कंधे पर कांवड़ लिए हुए नजर आ रहे हैं.
अरे ट्रोलर टट्टुओं...कांवड यात्रा के सम्मान, श्रद्धा का सर्टिफिकेट कम से कम मुझे तो मत बाटो, मेरा हमेशा मानना है कि "कोई भी आस्था असहिष्णुता,अस्पृश्यता की बन्धक नहीं होनी चाहिए" pic.twitter.com/84shtbiwt5
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) July 18, 2024
कांवड़ रूट पर 'हलाल' सामान बेचा तो खैर नहीं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (19 जुलाई) को बड़ा आदेश दिया है, आदेश में कहा गया है कि केवल मुजफ्फरनगर ही नहीं, बल्कि अब पूरे प्रदेश के कांवड़ रूट्स पर स्थित खाने पीने की दुकानों पर 'नेमप्लेट' लगानी होगी. दुकानों पर संचालक या मालिक का नाम और पहचान लिखना होगा. कांवड़ यात्रियों की आस्था का ध्यान रखते हुए यह फैसला किया गया है. सीएम योगी के आदेश के बाद इस मामले के गहराने की आशंका बढ़ गई है. पहले ही विपक्षी दल जिलों में प्रशासनिक आदेशों का विरोध कर रहे थे.