'BJP में दम है तो अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे....', पूर्व CM उमर अब्दुल्ला ने दे दिया खुला चैलेंज
Advertisement

'BJP में दम है तो अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे....', पूर्व CM उमर अब्दुल्ला ने दे दिया खुला चैलेंज

Election 2024 :  नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने 2 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. बताया जा रहा है, कि इनमें से एक नाम जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का भी है. उमर बारामुल्ला लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे, जहां उनका सीधा मुकाबला पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन से होगा. 

Omar Abdullah

Jammu and Kashmir : सस्पेंस खत्म करते हुए जम्मू कश्मीर के क्षेत्रीय पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने 2 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. आज ( 12 अप्रैल ) जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे. इस दौरान डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने ऐलान कर बताया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दो उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं. जिनमें से एक नाम जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का है. 

 

फारूक अब्दुल्ला ने आगे बताया कि उत्तरी कश्मीर यानी बारामूला से उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ेंगे और सेंट्रल कश्मीर से अगा रुहुला चुनाव लड़ेंगे. बताया जा रहा है, कि अगा रुहुला (Agha Rouhallah) श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के शिया नेता हैं. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उमर ने बीजेपी पर निशाना भी साधा है. 

 

बारामुल्ला लोकसभा से लड़ेंगे चुनाव 

उमर बारामुल्ला लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे, जहां उनका सीधा मुकाबला पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन से होगा. बता दें, उमर 1998 में श्रीनगर से लोकसभा सदस्य के रूप में राजनीति में शामिल हुए. वे 1999 और 2004 में फिर से लोकसभा के लिए चुने गए. साथ ही उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री के रूप में भी काम किया, बाद में उमर कांग्रेस के सहयोग से जम्मू कश्मीर के 5 साल मुख्यमंत्री भी रहे है.

 

भाजपा पर साधा निशाना 

उमर ने बताया, हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है, बल्कि इन उम्मीदवारों के पीछे की शक्तियों के खिलाफ है, केंद्र सरकार बारामूला में सभी शक्तियों का इस्तेमाल कर रही है और मैंने बारामूला से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. परिवारवाद पर पीएम के आरोपों का जवाब देते हुए उमर ने कहा, भाजपा राजनीति में परिवारों के खिलाफ नहीं है, बल्कि उन परिवारों के खिलाफ है जो भाजपा का विरोध कर रहे हैं. भाजपा परिवारवाद से भरी हुई है.

 

साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव के समय हमें राज्य का दर्जा देना उनके अपने फायदे के लिए है. यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला है. प्रधानमंत्री हमें कोई एहसान नहीं कर रहे हैं. उमर ने कहा कि भाजपा के तरुण चुग ने पीपल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और अपनी पार्टी अल्ताफ भुकरी से मुलाकात की, जो इस बात का सबूत है कि भाजपा में मैदान में उतरने की हिम्मत नहीं है और वे अपने प्रॉक्सी उम्मीदवारों को आगे बढ़ा रहे हैं.

 

उमर ने आगे कहा कि अगर भाजपा के विकास के दावे मजबूत थे तो उन्हें अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए थे, प्रॉक्सी उम्मीदवारों के जरिए चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था. भाजपा को चुनौती देते हुए उमर ने कहा कि वे चुनाव लड़ेंगे, मैं शर्त लगाता हूं कि उनकी जमानत जब्त हो जाएगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति बंद कर दूंगा.

 

उमर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कि आज हम आपातकाल के दौर में जी रहे हैं. इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था. आज हालात बदतर हैं, हम इसे आपातकाल नहीं कह सकते. लोकतंत्र इंदिरा गांधी के समय से ज्यादा खतरे में है. तब किसी विपक्षी नेता को गिरफ्तार नहीं किया गया, लेकिन अब हर विरोधी को जेल भेजा जा रहा है.

 

उमर ने आगे कहा, कि विधानसभा चुनावों के लिए पीडीपी और अन्य दलों के साथ गठबंधन के दरवाजे खुले हैं. अगर गठबंधन संसद में काम नहीं कर पाया तो विधानसभा चुनावों में काम आ सकता है.

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद प्रमुख शिया नेता आगा सैयद रूहुल्लाह जो अपने मजबूत गढ़ बडगाम को छोड़कर श्रीनगर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, जहां से वे तीन बार विधानसभा सदस्य चुने गए थे, और वे वही नेकां के नाता हैं जो 2019 से सार्वजनिक सभाओं के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के खिलाफ बहुत वोकल रहे हैं.

 

लोगों से बात करने के लिए एक बड़ा मंच होगा

साथ ही उन्होंने फिर से अपना रुख दोहराया "मैं लोगों की भावनाओं से जुड़ूंगा और अपनी भावनाओं को भी व्यक्त करूंगा. मैं इसे एक अवसर के रूप में ले रहा हूं कि चुनाव प्रचार के दौरान मेरी भावनाएं बड़े दर्शकों तक पहुंचेंगी और मेरे पास लोगों से बात करने के लिए एक बड़ा मंच होगा. उन्होंने क्षेत्रीय दलों से एकजुट रहने का भी आग्रह किया, "एकता अच्छी है और मुझे खुशी होती अगर सभी राजनीतिक दल एक साथ चुनाव लड़ते. हम अभी भी अपने दृष्टिकोण में सुधार कर सकते हैं. आगा सैयद रूहुल्ला डॉ. फारूक अब्दुल्ला की जगह चुनाव लड़ेंगे.

 

रूहुल्ला के साथ खड़े उमर ने दोहराया, 5 अगस्त, 2019 को जो कुछ हुआ, उसे हमने कभी स्वीकार नहीं किया. आगा रूहुल्ला ने इसके अलावा कुछ नहीं कहा है, और उन्हें अब अपने शब्दों या भावनाओं को सुधारने की जरूरत नहीं है.

 

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पहले ही अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है, जहां पार्टी के मजबूत गुज्जर नेता मियां अल्ताफ का मुकाबला जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियो महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद से है.

Trending news