गोवा BJP प्रमुख का आरोप, कांग्रेस पर्रिकर के बेटे के नाम पर फूट डालने की कोशिश कर रही
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गोवा BJP प्रमुख का आरोप, कांग्रेस पर्रिकर के बेटे के नाम पर फूट डालने की कोशिश कर रही

कांग्रेस और गोवा सुरक्षा मंच का दावा है कि बीजेपी ने पणजी उपचुनाव के लिए उत्पल को टिकट नहीं देकर उनके साथ अन्याय किया है. इस सीट से भाजपा उम्मीदवार पूर्व विधायक सिद्धार्थ कुनकोलिएंकर हैं. 

.(फाइल फोटो)

पणजी: गोवा भाजपा ने रविवार को कहा कि विपक्षी दल दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल के नाम का इस्तेमाल करके पार्टी में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि उत्पल को भाजपा ने पणजी उपचुनाव में टिकट नहीं दिया है. 17 मार्च को पर्रिकर का निधन होने के बाद खाली हुए इस सीट पर 19 मई को उपचुनाव हो रहा है.

कांग्रेस और गोवा सुरक्षा मंच का दावा है कि बीजेपी ने पणजी उपचुनाव के लिए उत्पल को टिकट नहीं देकर उनके साथ अन्याय किया है. इस सीट से भाजपा उम्मीदवार पूर्व विधायक सिद्धार्थ कुनकोलिएंकर हैं. गोवा बीजेपी प्रमुख विनय तेंदुलकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी ने (पणजी उपचुनाव के लिए) उत्पल पर्रिकर का नाम पेश नहीं किया. उनके तथा सिद्धार्थ के नाम पर चर्चा हुई और फिर बीजेपी केन्द्रीय समिति को सिफारिश की गई जिसने सिद्धार्थ को चुना.’’ 

पर्रिकर की सीट से बेटे को नहीं मिला बीजेपी से टिकट
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के पुत्र उत्पल पर्रिकर ने कहा है कि उनके पिता कभी नहीं चाहते थे कि वह राजनीति में आयें. भाजपा ने पणजी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए रविवार को पूर्व विधायक सिद्धार्थ कुनकोलीनकर को प्रत्याशी बनाया है. उत्पल ने हालांकि यह भी कहा कि वह एक स्वतंत्र व्यक्ति है, जिसकी अपनी पहचान है.

पणजी सीट से मौजूदा विधायक मनोहर पर्रिकर के 17 मार्च को निधन होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. इस तरह की अटकलें थी कि उत्पल को टिकट दिया जायेगा लेकिन पार्टी ने सिद्धार्थ को चुना. उत्पल ने पत्रकारों से कहा कि उनके पिता नहीं चाहते थे कि मैं राजनीति में आऊं. इसे पारिवारिक राज नहीं कहा जा सकता. अब मेरे पिता नहीं हैं. मैं एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं. मेरी अपनी स्वतंत्र पहचान है.

उन्होंने कहा, ‘यह कहा जाता है कि जब भी आप व्यवस्था को ठीक करने के लिए राजनीति में शामिल होना चाहते हैं, तो बाधाएं रास्ते में आती हैं. यहां तक कि मेरे पिता ने भी बाधाओं का सामना किया था.’ एक सवाल के जवाब में, उत्पल ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लिए टिकट को लेकर गतिरोध था, जिसे मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के हस्तक्षेप के बाद सुलझा लिया गया था.

इनपुट भाषा से भी 

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