Agni 5 missile test: पूरा भारत आज धूम-धाम से विजय दिवस (Vijaya Divas) मना रहा है. इससे ठीक पहले भारत ने 5000 Km दूरी तक लक्ष्य भेदने में सक्षम अग्नि-5 न्यूक्लियर कैपेबल मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. सूत्रों के मुताबिक, मिसाइल पर नई तकनीकों और उपकरणोंके साथ परीक्षण किया किया गया है. इस परीक्षण ने साबित किया है कि जरुरत पड़ने पर अग्नि-5 मिसाइल की रेंज को बढ़ाया जा सकता है. अब चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) के अलावा पूरा एशिया (Asia) और रूस (Russia) से लेकर यूक्रेन (Ukraine) तक अग्नि फाइव (Agni 5 nuclear capable ballistic missile ) की रेंज में हैं.
तवांग में चीन से तनाव के बीच भारत ने अग्नि-5 मिसाइल का सफलता पूर्वक परीक्षण किया है. रात में की गई अग्नि-5 की सफल टेस्टिंग भारत के लिए रक्षा क्षेत्र में नई कामयाबी मानी जा रही है. अगर चीन ने भारत पर मिसाइल से हमला करने का दुस्साहस किया तो ऐसी स्थिति में अग्नि-5 अपना रौद्र रूप दिखा सकती है. चीन का ऐसा कोई कोना नहीं जिसे अग्नि-5 भस्म ना कर सके.
अग्नि-5 मिसाइल का वजन 50 हजार KG है. ये मिसाइल 17.5 मीटर लंबी है. जिसका व्यास 6.7 फीट है. इसके ऊपर 1500 KG वजन का परमाणु हथियार लगाया जा सकता है. इस मिसाइल में तीन स्टेज के रॉकेट बूस्टर हैं जो सॉलिड फ्यूल से उड़ते हैं. इसकी रफ्तार साउंड की स्पीड से करीब 24 गुना ज्यादा है. यानी अग्नि-5 एक सेकेंड में 8.16 KM की दूरी तय करती है. भारत ने गत जून में सैन्य क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए परमाणु-सक्षम अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का रात में सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. भारत पिछले कुछ वर्षों में लगातार अपनी समग्र सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा है. इस अवधि के दौरान देश ने कई मिसाइल का सफल परीक्षण किया है.
अग्नि-5 परियोजना का उद्देश्य चीन के खिलाफ भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है. जिसके पास डोंगफेंग-41 जैसी मिसाइल होने की जानकारी है, जिसकी मारक क्षमता 12,000-15,000 किलोमीटर के बीच है. आपको जानकर हैरानी होगी कि अगर भारत अग्नि-5 मिसाइल को दागता है तो इसकी रेंज में पूरा एशिया जिसमें पूरा पाकिस्तान और पूरा चीन भी आता है. इसके अलावा अग्नि 5 की रेंज में यूरोप का कुछ हिस्सा, यूक्रेन, रूस, जापान और इंडोनेशिया भी आ सकता है.
अग्नि फाइव (Agni-5) में एक और सबसे खास बात ये भी है कि इसमें MIRV तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. इस तकनीक की मदद से मिसाइल के ऊपर लगाए जाने वॉरहेड की संख्या में इजाफा किया जा सकता है. यानी एक मिसाइल से एक साथ कई टारगेट पर निशाना लगाया जा सकता है.
यह परीक्षण देश की रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता को महत्वपूर्ण बढ़ावा देता है. इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा तट के पास अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया. यह परीक्षण चीन के साथ सीमा गतिरोध के बीच किया गया है. मौजूदा संस्करण अग्नि चार 4,000 किलोमीटर की दूरी तक के लक्ष्यों में भेदने में सक्षम है जबकि अग्नि-तीन की मारक क्षमता 3,000 किलोमीटर है, वहीं अग्नि दो 2,000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है. जाहिर है इन तमाम खूबिया से लैस अग्नि फाइव मिसाइल के नाम पर चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) में सबसे ज्यादा खौफ मचना लाजिमी है.
आज भारत विजय दिवस (Vijay Diwas) मना रहा है. साल 1971 में पाकिस्तान (Pakistan) पर भारत (India) की ऐतिहासिक विजय के 51 साल पूरे हो गए. विजय की ये वर्षगांठ इस बार हम ऐसे समय में मना रहे हैं जब पाकिस्तान और उसके मित्र देश चीन के साथ रिश्ते तनावपूर्ण हैं. ऐसे में विजय दिवस की पूर्व संध्या पर अग्नि-5 (Agni-5) के इस सफल परीक्षण ने दुश्मनों के अलावा पूरी दुनिया को बता दिया है कि भारत अब बड़ी तेजी से रक्षा क्षेत्र में सुपर पावर बन रहा है.
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