'मैंने एक आपदा को बहुत करीब से देखा है', वायनाड में पीड़ितों से मिले पीएम मोदी, पोंछे आंसू
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'मैंने एक आपदा को बहुत करीब से देखा है', वायनाड में पीड़ितों से मिले पीएम मोदी, पोंछे आंसू

PM Modi Wayanad Visit: भावुक प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी से पूछा, “कितने बच्चों ने अपने प्रियजनों को खोया है.” प्रधानमंत्री मोदी क्षतिग्रस्त स्कूल को देखकर बहुत दुखी हुए. उन्होंने भूस्खलन पीड़ितों के पुनर्वास के बारे में मुख्यमंत्री से बात की. 

'मैंने एक आपदा को बहुत करीब से देखा है', वायनाड में पीड़ितों से मिले पीएम मोदी, पोंछे आंसू

Wayanad Landslide: लैंडस्लाइड से तबाह हुए वायनाड के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को क्षतिग्रस्त जी.वी.एच.एस. स्कूल वेल्लारमाला का दौरा किया और पूछा कि कितने बच्चों ने अपने अपने माता-पिता को खोया है. हवाई जहाज से कलपेट्टा में उतरने के बाद, वह सबसे पहले क्षतिग्रस्त सरकारी जी.वी.एच.एस. स्कूल वेल्लारमाला में पहुंचे. 

भावुक हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी से पूछा, “कितने बच्चों ने अपने प्रियजनों को खोया है.” प्रधानमंत्री मोदी क्षतिग्रस्त स्कूल को देखकर बहुत दुखी हुए. उन्होंने भूस्खलन पीड़ितों के पुनर्वास के बारे में मुख्यमंत्री से बात की. जी.वी.एच.एस. स्कूल वेल्लारमाला में 582 छात्र थे। इनमें से 27 लापता बताए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने स्कूल में 15 मिनट बिताए और नए स्कूल भवन की योजनाओं के बारे में जानकारी ली. पीएम मोदी ने भारतीय सेना के बनाए 190 फीट लंबे बेली ब्रिज का भी दौरा किया. वह उस पर चले और रक्षा अधिकारियों से बातचीत की. उन्होंने एक स्थानीय अस्पताल और राहत शिविर का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की.

घटना पर पीएम मोदी ने कहा, "मैंने एक आपदा को बहुत करीब से देखा है और अनुभव किया है. करीब 45-47 साल पहले गुजरात के मोरबी में एक बांध था. भारी बारिश हुई और बांध पूरी तरह से नष्ट हो गया और मोरबी शहर में पानी घुस गया. पूरे शहर में 10-12 फीट पानी भर गया. 2500 से ज्यादा लोग मारे गए. मैं वहां करीब 6 महीने तक स्वयंसेवक के तौर पर रहा...मैं इन परिस्थितियों को अच्छी तरह समझ सकता हूं और मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि देश और भारत सरकार इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेगी.'

मैंने घटना के दिन की थी सीएम से बात

PM मोदी ने कहा, 'जिस दिन यह घटना हुई, उस सुबह मैंने सीएम पिनाराई विजयन से बात की थी और उन्हें आश्वासन दिया था कि हम सहायता करेंगे और जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश करेंगे. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, डॉक्टर, सभी ने पीड़ितों की जल्द से जल्द मदद करने की कोशिश की. मैं मृतकों के परिवारों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे अकेले नहीं हैं. हम सभी उनके साथ खड़े हैं. केंद्र सरकार केरल सरकार के साथ खड़ी है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पैसे की कमी के कारण कोई भी काम बाधित न हो.'

 

पीएम मोदी एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की, इसमें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और अन्य अधिकारी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने से एक दिन पहले, केरल सरकार ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में पुनर्वास और राहत कार्य के लिए केंद्र से दो हजार करोड़ रुपये की मांग की थी. इससे पहले, पीएम मोदी कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरे, जहां केरल के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्र व राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री शाम को दिल्ली लौटेंगे. 30 जुलाई को वायनाड में भूस्खलन हुआ था। इसमें 416 लोग मारे गए थे और 150 से अधिक लापता हो गए थे.

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