Lucknow anti theft street light: लखनऊ में एंटी थेफ्ट स्ट्रीट लाइटें पूरे शहर में लगाई जाएंगी. योजना के मुताबिक शहर में कुल 10000 लाइटें लगाई जाएंगी. पहले चरण में पांच हजार लाइटें लगाई जाएंगी.
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Anti theft street light: दुनिया में जहां कहीं कुछ भी घट रहा होता है वो एक खबर होती है. कोई उसे सामान्य ज्ञान यानी जनरल नॉलेज (GK) बढ़ाने के लिए ग्रहण करता है तो कुछ लोग खबरों में दिलचस्पी होने की वजह से पल-पल की खबरों से अपडेट रहते हैं. ऐसे में वजह जो भी हो हमारा काम है आप तक खबर पहुंचाना. इस सिलसिले में आपको उस खबर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप भी वाह-वाह कर उठेंगे. दरअसल यूपी की योगी सरकार उन डेयरिंग चोरों की नकेल कसने जा रही है जो अपनी जान जोखिम में डालकर आपकी जिंदगी में अंधेरा कर देते हैं. हालांकि इस तरह का क्राइम भी अपने आप में अनोखा है. खैर चोरों में कोई शर्म लिहाज तो होती नहीं, चोर कहीं के भी हों अक्सर कुछ न कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिससे लोग हैरान-परेशान रह जाते हैं. बहुत से चोर चोरी के अलावा सीनाजोरी भी करते हैं. यहां बात उन कुख्यात चोरों की जो बिजली के खंभे, तार और यहां तक कि स्ट्रीट लाइट तक चुरा लेते हैं. हालांकि अब चोरों के लिए सूनसान सड़क पर लगी स्ट्रीट लाइट चुराना दूर की कौड़ी होगी. अपने यूपी का लखनऊ देश का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है, जहां एंटी थेफ्ट एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगने जा रही हैं.
एंटी थेफ्ट एलईडी स्ट्रीट लाइट क्या है?
सड़क किनारे सरकार स्ट्रीट लाइटें तो लगवाती हैं. लेकिन मौका पाकर चोर वहां भी हाथ साफ कर जाते हैं. और फिर सड़क पर हुआ उजाला घुप अंधेरे में बदल जाता है. लेकिन अब ये इतना आसाना नहीं होगा. अब चोरों के लिए इन स्ट्रीट लाइटों को चुराना नामुमकिन होगा. अगर चोर इन स्ट्रीट लाइटों पर हाथ साफ करने को कोशिश करते हैं. तो फौरन धर दबोच लिए जाएंगें.
ये प्रयोग हो रहा है यूपी में जहां राजधानी लखनऊ में सरकार 10 हजार स्ट्रीट लाइटें लगवाने जा रही है. पहले फेज में 5000 लाइटें लगाई जा रही है. जिस पर करीब पांच करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. लेकिन ये स्ट्रीट लाइटें बेहद खास होंगी. क्योंकि चोर जैसे ही चोरी की मंशा से इसे निकालने की कोशिश करेंगे. तेज आवाज वाला सायरन पुलिस और प्रशासन को अलर्ट कर देगा.
चोरों के निशाने पर स्ट्रीट लाइट
आपको बात दें कि इससे पहले लखनऊ में दो लाख से अधिक स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थीं. बीते चार सालों में इनमें से पांच हजार अधिक चोरी हो चुकी हैं. वृंदावन कॉलोनी में ही एक साल पहले 900 लाइटें चोरी हो गई थीं. लेकिन अब ये आसान नहीं होगा.