सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस गुरुद्वारा में श्रद्धापूर्वक मना, लंगर और छब्बील बांटा गया
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सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस गुरुद्वारा में श्रद्धापूर्वक मना, लंगर और छब्बील बांटा गया

 गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथि बाबा सुरजीत सिंह ने बताया कि आज गुरु जी के शहीदी पर्व पर सुखमणी साहिब का पाठ किया गया और भोग डालने के बाद वाहेगुरु जी को पुरे विश्व में शांति बने रहने की भी अरदास भी की गयी एवं सेवादारों की टोली बनाकर नगीना गार्डन भिवाड़ी के पास छबील के साथ साथ कढ़ी चावल का लंगर परशाद भी बांटा गया.

सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस.

Tijara:आध्यात्मिक जगत में गुरु जी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. गुरुग्रंथ साहिब में तीस रागों में गुरु जी की वाणी संकलित है.गणना की दृष्टि से श्री गुरुग्रंथ साहिब में सर्वाधिक वाणी पंचम गुरु की ही है. उन्होंने रागों के आधार पर ग्रंथ साहिब में संकलित वाणियों का जो वर्गीकरण किया है, उसकी मिसाल मध्यकालीन धार्मिक ग्रंथों में दुर्लभ है. यह उनकी सूझबूझ का ही प्रमाण है कि ग्रंथ साहिब में 36 महान वाणीकारों की वाणियां बिना किसी भेदभाव के संकलित हुई.

गुरु जी शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी थे. वे अपने युग के सर्वमान्य लोकनायक थे, जो दिन-रात संगत सेवा में लगे रहते थे. उनके मन में सभी धर्मो के प्रति अथाह स्नेह था. मानव-कल्याण के लिए उन्होंने आजीवन शुभ कार्य किए. गुरु जी के शहीदी पर्व पर उन्हें याद करने का अर्थ है, उस धर्म- निरपेक्ष विचारधारा को मान्यता देना, जिसका समर्थन गुरु जी ने आत्म-बलिदान देकर किया था.

उन्होंने संदेश दिया था कि महान जीवन मूल्यों के लिए आत्म-बलिदान देने को सदैव तैयार रहना चाहिए, तभी कौम और राष्ट्र अपने गौरव के साथ जीवंत रह सकते हैं. गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथि बाबा सुरजीत सिंह ने बताया कि आज गुरु जी के शहीदी पर्व पर सुखमणी साहिब का पाठ किया गया और भोग डालने के बाद वाहेगुरु जी को पुरे विश्व में शांति बने रहने की भी अरदास भी की गयी एवं सेवादारों की टोली बनाकर नगीना गार्डन भिवाड़ी के पास छबील के साथ साथ कढ़ी चावल का लंगर परशाद भी बांटा गया.

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 इस मौके पर भिवाड़ी के पूर्व सभापति संदीप दायमा, मुख्य ग्रंथि बाबा सुरजीत सिंह, प्रधान बलवीर सिंह, सचिव मनप्रीत सिंह, कैसियर कुलबीर सिंह, पंजाबी सभा अध्यक्ष अनिल वाधवा, सचिव डॉ सागर अरोड़ा, मीडिया प्रभारी दिनेश बेदी, गुरनाम सिंह, बी के नागपाल, रतन सिंह, सुखबीर सिंह, सतनाम सिंह, अमनदीप सिंह, संजय कालरा , राजकुमार चक्रवर्ती, अशोक वासुदेव, विनोद परुथी, अमित सिंह, नितिन कालरा,सरबजीत सिंह, फतेह सिंह निर्मल सिंह, हरजीत सिंह, के के पांडे सहित कई सेवादार मौजूद रहे.

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