चित्तौड़ की इस सीट पर होगा कैबिनेट मंत्री वर्सेस पूर्व मंत्री का मुकाबला! कैसे बचेगी साख?
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चित्तौड़ की इस सीट पर होगा कैबिनेट मंत्री वर्सेस पूर्व मंत्री का मुकाबला! कैसे बचेगी साख?

Nimbaheda Vidhansabha Seat 2023: क्या निम्बाहेड़ा में कैबिनेट मंत्री वर्सेज पूर्व केबिनेट मंत्री में सीधी टक्कर है?... बीजेपी से पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी को पार्टी दे चुकी है ,टिकट.

चित्तौड़ की इस सीट पर होगा कैबिनेट मंत्री वर्सेस पूर्व मंत्री का मुकाबला! कैसे बचेगी साख?

Nimbaheda Vidhansabha Seat 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ गई है. मेवाड़ के चित्तौड़गढ़ जिले में भी चुनाव को लेकर गहमागहमी बनी हुई है. चित्तौड़गढ़ जिले में 5 विधानसभा सीटें आती है. जिसमें एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. बाकी अन्य सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं. जिले की 5 सीटों में से 3 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है तो 2 सीट कांग्रेस के पास है. एकमात्र अनुसूचित जाति सीट पर केबिनेट मंत्री वर्सेज पूर्व मंत्री में सीधी टक्कर देखी जा सकती है.

उदयलाल आंजना का टिकट भी माना जा रहा कंफर्म-

क्या निम्बाहेड़ा में कैबिनेट मंत्री वर्सेज पूर्व केबिनेट मंत्री में सीधी टक्कर? बीजेपी से पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी को पार्टी टिकट दे चुकी है. कांग्रेस से मंत्री उदयलाल आंजना का टिकट भी माना जा रहा कंफर्म.

चितौड ज़िले के निबहेड़ा सीट पर अबकी बार भी टक्कर जबरदस्त होने वाली है,क्योकि यहा मंत्री और पूर्व मंत्री की सांख दांव पर है.2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर दिखी थी.कांग्रेस के उदयलाल आंजना को 110,037 वोट हासिल किए थेजबकि बीजेपी के श्रीचंद कृपलानी के खाते में 98,129 वोट आए थे.उदयलाल आंजना ने 11,908 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी

वोटर-आबादी का गणित

2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो निम्बाहेड़ा सीट पर भी कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर दिखी. अंजना उदयलाल ने 11,908 मतों के अंतर से जीत हासिल की. तब के चुनाव में निम्बाहेड़ा सीट पर कुल वोटर्स 2,48,904 थे, जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,25,495 थी तो महिला वोटर्स की संख्या 1,23,407 थी. इसमें कुल 2,15,408 (88.0%) वोटर्स ने ही वोट डाले. NOTA के पक्ष में 3,701 (1.5%) वोट आए. सबसे अधिक वोट पाने के मामले में दोनों प्रमुख उम्मीदवार के बाद NOTA ही तीसरे नंबर पर रहा.

राजनीतिक इतिहास

निम्बाहेड़ा विधानसभा सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो 2008 से लेकर अब तक हुए 3 चुनावों में कांग्रेस का दबदबा दिखा है. कांग्रेस पिछले 3 चुनाव में यहां पर 2 बार चुनाव जीत चुकी है जबकि एक जीत बीजेपी को मिली थी. 2013 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कृपलानी ने जीत हासिल की थी.

उन्हें 81,833 वोट मिले तो कांग्रेस के उदयलाल आंजना को 85,463 वोट ही मिल सके. जबकि 2008 के चुनाव में निम्बाहेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस की अंजना उदयलाल ने जीत हासिल की. बीजेपी दूसरे स्थान पर रही थी. बीजेपी की कोशिश इस सीट से दूसरी बार जीत हासिल करने पर होगी. वहीं कांग्रेस अपनी लगातार दूसरी जीत की आस में लगी हुई है.

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