हनुमान बेनीवाल को किससे सता रहा डर, कौन छोड़ कर चला जाएगा? अंतिम लड़ाई मिलकर लड़ने का आह्वान
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1935595

हनुमान बेनीवाल को किससे सता रहा डर, कौन छोड़ कर चला जाएगा? अंतिम लड़ाई मिलकर लड़ने का आह्वान

राजस्थान लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल को आखिर किससे डर और आशंका है ‌? बेनीवाल ने रविवार को विद्याधर नगर में जनसभा में कहना पड़ा कि मेरे आसपास की फौज पर ज्यादा भरोसा मत करना जीवन में ध्यान रखना, कोई भी कभी भी छोड़ सकता है मुझे.

हनुमान बेनीवाल को किससे सता रहा डर, कौन छोड़ कर चला जाएगा? अंतिम लड़ाई मिलकर लड़ने का आह्वान

Hanuman Beniwal RLP: राजस्थान लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल को आखिर किससे डर और आशंका है ‌? बेनीवाल ने रविवार को विद्याधर नगर में जनसभा में कहना पड़ा कि मेरे आसपास की फौज पर ज्यादा भरोसा मत करना जीवन में ध्यान रखना, कोई भी कभी भी छोड़ सकता है मुझे. सरक सकता है, आपने उदाहरण देखे होंगे. इसको लेकर चर्चा चल पड़ी कि आखिर हनुमान बेनीवाल का इशारा किन लोगों की तरफ है. वहीं बेनीवाल ने जनसभा में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर जमकर हमला बोलते हुए राजस्थान में सत्ता प्राप्ति के लिए जनसमर्थन मांगा.

राजस्थान लोकतांत्रिक पार्टी के स्थापना दिवस पर सत्ता संकल्प महारैली निकली गई. रैली चौमूं सर्किल से होती हुई विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंची. इस मौके पर हनुमान बेनीवाल के साथ आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर भी साथ मौजूद रहे. विद्याधर नगर स्टेडियम में आम सभा को संबोधित करने हुए बेनीवाल ने कहा कि हमारे पास नौसिखियों की फौज है, लड़ाई जीतने के लिए चलें है. मेरी मजबूरी सबको साथ लेकर चलना है. कप्तान के पास जिम्मेदारी होती है कि फौज मरी हुई हो तो उसको भी लेकर चलना है. मेरी असली ताकत है आप लोगों की ही है. आपके उतरे हुए चेहरे देखता हूं तो मुझे लड़ने में आनंद जाता है. बेनीवाल ने कहा कि मेरे आसपास की फौज पर ज्यादा भरोसा मत करना कोई, ध्यान रखना जीवन में, कोई भी कभी भी छोड़ सकता है मुझे, सरक सकता है. आपने उदाहरण देखा होगा.

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत ओबीसी के मुख्यमंत्री है, लेकिन उनकी किचन केबिनेट में जिनकी सोच किसान विरोधी है, वो शामिल है. वसुंधरा राजे ने अलग-अलग समाजों का वास्ता दिखाकर जनता को ठगा है. अपने शासनकाल में एससी एसटी के लोगों पर अत्याचार किए हैं. उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन किसान परिवारों के साथ धोखा दिया, दुर्भाग्य है कि उनके बच्चे उनकी गोद में बैठे हैं, जिन्होंने उनके पिता दादा को जेल में भिजवाया.

बेनीवाल ने कहा कि वसुंधरा गहलोत के गठबंधन को तोड़कर जिसने संकल्प लिया पूरा जीवन, किसान दलितों के नाम कर दूंगा. मोदी के गठबंधन के साथ एनडीए में गया, लेकिन किसान आंदोलन के कारण ठुकरा कर आ गया. किसानों की लड़ाई लड़ी. वाे हनुमान बेनीवाल आपके साथ हर कदम पर खड़ा है.

अब बटर पनीर मसाला भी खाएंगे अब

इसके बाद बेनीवाल ने कई बार बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. बेनीवाल ने कहा कि जनता ने एक बार हराने और एक बार जिताने का ठेका नहीं लिया है. हर बार दाल ही दाल खाएं जरूरी नहीं है, बटर पनीर मसाला भी खाएंगे. इसके लिए हमने नया विकल्प दिया है. जिसने एक कदम बढ़ाया मैंने दो कदम बढ़कर गले लगाया.

गठबंधन के लिए दलों का आह्वान

बेनीवाल ने आरएलपी के साथ गठन बंधन के लिए भी दलों का आह्वान करते हुए कहा कि गठबंधन के लिए एक दो सीटों के लिए कांग्रेस बीजेपी के चक्कर लगा रहे हैं, ट्रायबल व दूसरी पाटियों से कहता हूं कि जहां सम्मान नहीं है वहां नहीं जाना चाहिए. उन लोगों ने तुम्हारे पर अविश्वास किया फिर भी वहीं बैठे हैं. आजाद समाज पार्टी के साथ आने पर हमारी ताकत तीन गुना बढ़ गई है. हमारे साथ आएं मान सम्मान के साथ सत्ता प्राप्ति के प्रयास में शामिल हों.

अंतिम लड़ाई है, मिलकर लड़ने का आह्वान

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा के कुशासन के खिलाफ राजस्थान को बचाने के लिए है चोर नेताओं को हजारों करोड की काली कमाई की, जवान किसान को तकलीफ देने वालों के खिलाफ अंतिम लड़ाई है. लड़ाई अंतिम जरूर है जयपुर में रैली हो तो जश्न के रूप में होगी. सत्ता प्राप्ति का जश्न हो. सचिवालय में बिना पास गांव का गरीब का आदमी किसान दलित का बेटा सचिवालय पर जाए पुलिस वाले बाबाजी कहां जाना है चलो. थाने तहसील मे अधिकारी बोले चाय पियोगे या कोल्डड्रिंक पिलाउं. इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल ने संकल्प दिलाया. इससे पहले आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि पहले राजा रजवाड़ो का समय था, तब वो चाहते वो होता, लेकिन अब लोकतंत्र है. सबको आज़ादी है,वोट का सबको अधिकार है.

ये भी पढ़ें-

Rajasthan Weather Update: नया पश्चिमी विक्षोभ हो रहा सक्रिय, जानिए मौसम पर कैसा पड़ेगा प्रभाव

राजस्थान: अवैध सामग्री जब्त करने के मामले में हर दिन नए रिकॉर्ड,17 दिन में 300 करोड़ का आंकड़ा पार

Trending news