Banswara news: बांसवाड़ा जिले के हर गांव के हर घर में शुद्ध जल पहुंचाने के लिए सरकार की जल जीवन मिशन के हर घर नल योजना का कार्य शुरू हुआ. अभियांत्रिकी विभाग की लापरवाही और ठेकेदारों की धीमी चाल के कारण अबतक चार गांव में ही नल कनेक्शन हो पाया.
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Banswara news: जिले में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना महज शो पीस बनकर रहने वाली है. जिले के चार गांव में हर घर नल कनेक्शन पूरे हुए और विभाग ने इन चारो गांव को पंचायत को हैंड ओवर कर दिया,पर इन चार गांव में से दो गांव सेमलिया और देवलिया में इसके रखरखाव और बिजली के बिल का भुगतान करने के लिए पंचायत के पास फंड नहीं है जिस कारण से सेमलिया गांव में पिछले 3 महीने से नलों में पानी नहीं आ रहा है और देवलिया गांव का भी यही हाल है यहां कभी भी पानी बंद हो सकता है.
राजस्थान के जनजाति अंचल कहे जाने वाले बांसवाड़ा जिले के हर गांव के हर घर में शुद्ध जल पहुंचाने के लिए सरकार की जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना का कार्य शुरू हुआ. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की लापरवाही और ठेकेदारों की धीमी चाल के कारण अबतक चार गांव में ही हर घर नल कनेक्शन हो पाया है. इन चार गांव में से दो गांव सेमलिया और देवलिया में हर घर नल कनेक्शन की वास्तविकता जानने के लिए जी राजस्थान की टीम पहुंची तो इस योजना की हकीकत सामने आई.
सेमलिया गांव में हर घर नल लगे है पर यहां नलों से पिछले तीन महीनों से पानी नहीं आ रहा है. इतना ही नहीं अधिकतर नल टूट भी चुके है,नल में पानी नहीं आने के बारे में जानकारी जुटाई तो तो पता चला की बिजली के बिल का भुगतान पंचायत द्वारा नही किया गया जिस कारण से विद्युत विभाग ने कनेक्शन काट दिया जिस कारण से नलों में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है. वही देवलिया गांव में भी बिजली का बिल पंचायत ने अबतक नही भरा है और कभी भी यहां भी बिजली का कनेक्शन कट जायेगा और नलों से पानी नहीं आयेगा.
आखिर किसको भरना है बिजली का बिल.
जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना का जिस गांव में कार्य पूरा हो जाता है उस कार्य को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग पंचायत को हैंड ओवर कर देता है. विभाग हर घर में नल कनेक्शन लगाकर ,पानी की टंकी बनाकर,और पाइप लाइन डालकर देता है,और बकायदा इसका एग्रीमेंट विभाग और पंचायत के बीच होता है. हैंड ओवर के बाद इस योजना का रखरखाव पंचायत और स्थानीय ग्रामीणों को ही करना है. पंचायत द्वारा बनी विलेज वाटर सेनिटेशन कमेटी ही इसकी देखरेख करती है. इसमें जिस घर में नल कनेक्शन लगा है उनसे भी कुछ शुल्क लेना पड़ता है . ग्रामीणों और पंचायत द्वारा ही शुल्क जमा कर इसका रखरखाव और बिजली का बिल भरना है. पर इन दोनो गांव में इससे उलट स्थिति है. विभाग और पंचायत ने अधिकतर ग्रामीणों को इस योजना के बारे में नहीं बताया जिस कारण से अब कमेटी के लोग घरों में रखरखाव और बिजली के बिल के पैसे लेने जाते है तो ग्रामीण मना कर देते है और पंचायत इसका भुगतान नहीं कर पा रही है जिस कारण से बिजली विभाग कनेक्शन काट रहा है और यह योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है.
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सेमलिया गांव की यह स्थिति
बांसवाड़ा जिले के बड़गांव पंचायत के सेमलिया गांव में 9 अक्टूबर 2022 को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा हर घर नल योजना का कार्य पूरा हुआ ,करीब 271 घरों में नल कनेक्शन लगाए गए. विभाग ने यह योजना पंचायत को हैंड ओवर कर दी,इस गांव में महज तीन महीने नलों में पानी आया उसके बाद बिजली का बिल 17500 आया वो पंचायत ने नही भरा जिस कारण से विद्युत विभाग ने कनेक्शन काट दिया और पिछले तीन महीने से इस गांव में हर घर में लगे नलों में पानी नहीं आ रहा है. पंचायत कह रही है हमारे पास इसका फंड नहीं है और जिन घरों में कनेक्शन हुआ है वो भी रुपए देने को राजी नहीं है जिस कारण से यह योजना का लाभ अब यहां नही मिल पा रहा है. वही इस गांव में कई नल तक टूट चुके है और पानी की टंकी जो पानी है उसमे भी लीकेज है.
देवलिया गांव की यह स्थिति
जिले के देवलिया गांव में हर घर नल योजना के तहत 417 घरों में नल कनेक्शन विभाग द्वारा किए गए और इस योजना को पंचायत को हैंड ओवर कर दी गई. यहां भी विद्युत बिल 37 हजार रूपए के आसपास आया है और पंचायत इस बिल को भर नहीं रही है. वही ग्रामीण भी सहयोग राशि नहीं दे रहे है. अभी फिलहाल इस गांव में कुछ घरों को छोड़कर सब में पानी आ रहा है पर कुछ दिनो बाद बिजली का बिल जमा नहीं हुआ तो यहां भी कनेक्शन कट जायेगा और यहां भी नलों से पानी नहीं आयेगा.
सेमलिया गांव निवासी शंकरलाल ने बताया की गांव में महज 1 से डेढ़ महीने तक ही नलों में पानी आया है. उसके बाद बंद हो गया है. कई बार इस बारे में
अवगत कराया है.
पंप मेन पानी की सप्लाई करने वाले भूपेश बुनकर ने बताया कि सेमलिया गांव में सहभागिता नहीं हो पा रही है जिस कारण बिजली का बिल पेंडिंग है. मीटिंग भी ग्रामीणों की कराई पर लोगो ने पैसा देने से मना कर दिया है. जिस कारण से बिजली का बिल जमा नहीं हुआ है और कनेक्शन कट गया है और योजना बंद हो गई है. देवलिया गांव में भी यही हाल है 37500 बिजली का बिल आया है और भरा नहीं है. वहा कुछ घरों को छोड़कर पानी अभी आ रहा है पर बिजली का कनेक्शन कट जाने के बाद यहां भी पानी की सप्लाई बंद हो जाएगी.
देवलिया के उप सरपंच नाथजी भाई ने बताया की गांव में जलदाय विभाग द्वारा नल चालू किए गए,जिसका लोगो से 2250 रुपए ग्राम पंचायत में जमा करवाने का कह कर के और इसका बिजली का बिल भरना पंचायत के जिम्मे रखा है.
पंचायत की निजी आय ऐसी नहीं है हम इतना पैसा भर सके. वही जहा नल कनेक्शन हुए है उस घर से 2250 रूपये लेने को कहा है,पर पंचायत लेने जाती है तो लोग कहते है की दूसरी जगह नहीं ले रहे है और हमारे यहां क्यों किया जा रहा है. देवलिया सरपंच करण ने बताया कि अभी फिलहाल गांव में हर घर नल योजना चल रही है ,हमने लाईन मेन से बात करके अभी चला रहे है. मगर इस योजना के तहत बिजली का बिल आया हुआ पड़ा है उसको कौन भरेगा , कैसे भरेगा, हमको उपाय नहीं बता रहे है. इस बारे में विकास अधिकारी से भी बात की है. अगर वहा से आदेश आता है तो हम बिल भर देंगे पर हमारे पास निजी आमदनी नही है. लोगो से भी बात कही पर कोई सहयोग नहीं कर रहा है.