Barmer News: बाड़मेर की पाटोदी पंचायत समिति प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद जोड़-तोड़ का खेल जारी है. बताया जा रहा है कि बाड़ेबंदी में बीजेपी (BJP) पंचायत समिति सदस्य कंकूदेवी एक महीने से गायब हैं, और उन्होंन उनके बेटों से नहीं मिलने दिया जा रहा. इस मामले में अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है.
Trending Photos
Barmer: बाड़मेर जिले के पाटोदी पंचायत समिति प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद से पार्टियों ने बाड़ेबंदी कर रही है. इसमें बीजेपी (BJP) पंचायत समिति सदस्य कंकूदेवी को गायब करने का आरोप उनके बेटों की ओर से लगाया जा रहा है. इस संबंध में शुक्रवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कंकूदेवी के तीनों बेटों, पाटौदी प्रधान और बीजेपी नेता एएसपी से मिले और बेटों ने मां को वापस लाने की गुहार लगाई है.
जानकारी के अनुसार 13 जून को पाटोदी पंचायत समिति प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और उसमें भाजपा से पंचायत समिति सदस्य के कंकूदेवी को मीटिंग में भाग लेने कहकर उप प्रधान का पुत्र मेराजसिंह लेकर कर गया था और 1 महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक पंचायत समिति सदस्य कंकू देवी का कोई अता पता नहीं है.
इसके बाद से ही लगातार एक महीने से कंकूदेवी के तीन बेटे अपनी मां से मिलने के लिए लगातार पुलिस की चौखट से लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) तक गुहार लगा चुके हैं. लेकिन अभी तक उनकी मां का कोई पता नहीं चला है. कल दिल्ली में राष्ट्रीय महिला आयोग से मुलाकात के बाद आज बाड़मेर पहुंचे और भाजपा नेताओं के साथ बाड़मेर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसपी सिंह से मुलाकात कर उनकी मां को उनसे मिलाने की गुहार लगाई.
ये है पंचायत समिति के चुनाव का समीकरण
गौरतलब है कि पंचायत समिति के चुनावों में पाटौदी के 15 वार्डों में कांग्रेस के 8 भाजपा के 6 और एक निर्दलीय उम्मीदवार जीतकर आए थे. ऐसे में कांग्रेस के पास बहुमत होने से प्रधान बनाना तय था, लेकिन पार्टी की रशीदा बानों को प्रधान बनाने की सुगबुगाहट पर कांग्रेस की पंचायत समिति सदस्य ममता प्रजापत ने अहसमति जताते हुए एक निर्दलीय सदस्य के साथ भाजपा में शामिल हो गई.
भाजपा के 8 और कांग्रेस के पास 7 सदस्य रह गए. ममता प्रधान के प्रधान बनने के बाद करीब ढाई साल तक कामकाज ठीक चला, लेकिन गत कुछ महीनों से सदस्यों के नाराज होने पर 14 जून को 5 भाजपा व 1 कांग्रेस के सदस्य ने जिला परिषद सीईओ के समक्ष अविश्वास प्रस्तावत पारित करने की मांग की.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
वहीं पंचायत समिति पाटोदी की सदस्य केकुदेवी मेघवाल के बंदी प्रकरण में राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) की अध्यक्षा रेखा शर्मा द्वारा संज्ञान लिया गया. इसको लेकर आयोग की सदस्या ममता कुमारी की अध्यक्षता में पांच सदस्या दल का गठन किया गया . बताया जा रहा है कि आयोग की टीम 16 जुलाई को बाड़मेर पहुंचेगी.
कंकुदेवी के बेटे पारसमल, भीमाराम और पुखराज ने कहा है कि उनकी मां को 14 जून 2023 से ग्राम सांगसनाड़ी से बन्दी बनाकर एक महीने से बंधक बनाकर रखा है. मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.
ये भी पढ़ें...
टेस्ट में पहला शतक ठोकने के बाद "राजस्थान रॉयल्स" के शेर का इस अंदाज में हुआ स्वागत