राजस्थान में आरक्षण की मांग को लेकर राज्य में माली, कुशवाहा शाक्य, मौर्य और सैनी समाज अलग से 12 फ़ीसदी आरक्षण की मांग कर रहा है.
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Nadbai: राजस्थान में आरक्षण की मांग को लेकर राज्य में माली, कुशवाहा शाक्य, मौर्य और सैनी समाज अलग से 12 फ़ीसदी आरक्षण की मांग कर रहा है. इस मांग को लेकर लाठियों के साथ सैकड़ों लोगों ने रविवार शाम 5 बजे से भरतपुर में नेशनल हाइवे-21 को जाम कर दिया और 45 घंटे से ये हाइवे जाम है. जिससे जयपुर और आगरा के बीच यातायात बाधित हो गया है.
स्थिति को देखते हुए भरतपुर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने सोमवार सुबह 11 बजे से बुधवार तक चार कस्बों में इंटरनेट बंद कर दिया. सूर्यवंशी, कुशवाहा, मौर्य, सैनी और माली समाज के लोग आरक्षण की मांग को लेकर बीते 48 घंटे से जयपुर आगरा हाईवे पर अरौदा के पास चक्का जाम किए हुए हैं. 12% आरक्षण के साथ ही अन्य 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे समाज के लोगों के साथ अभी तक वार्ता का कोई रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है.
संघर्ष समिति संयोजक मुरारीलाल सैनी ने कहा कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. संयोजक के बेटा और भतीजी का भरतपुर से बाड़मेर और जालोर ट्रांसफर कर दिया है. साथ ही जान से मारने की धमकी का भी आरोप लगाया है. आंदोलनकारी धरनास्थल पर ही वार्ता के लिए अड़े हुए हैं.
संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. उनका बेटा राजीव पहाड़ी के गांव मुंगस्का में शिक्षक के रूप में कार्यरत था, लेकिन हाल ही में उसका ट्रांसफर जालौर कर दिया है. इसी तरह उनकी भतीजी ममतेश ने कुछ दिन पहले ही वैर के बेरी गांव में शिक्षिका के रूप में ज्वाइन किया था, उसका भी बाड़मेर ट्रांसफर कर दिया है.
संयोजक मुरारीलाल का आरोप है कि घर पर आदमी भेजकर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. सरकार घृणित स्तर पर उतर आई है. मुरारीलाल ने कहा कि मैं समाज की लड़ाई लड़ रहा हूं, इसलिए मेरे बच्चों को परेशान किया जा रहा है, धमकियां दी जा रही है.
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