शाहपुरा: छोटे पुष्कर में लगा कार्तिक पूर्णिमा का मेला, लोग झूल रहे ड्रैगन वाला झूला
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शाहपुरा: छोटे पुष्कर में लगा कार्तिक पूर्णिमा का मेला, लोग झूल रहे ड्रैगन वाला झूला

Shahpura News: भीलवाड़ा के शाहपुरा में कार्तिक पूर्णिमा पर एक दिवसीय मेले का आयोजन हुआ. मेले में अल सुबह से ही मेलार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया और ग्यारह बजे तक मेला परवान चढ़ने लगा. 

 

शाहपुरा: छोटे पुष्कर में लगा कार्तिक पूर्णिमा का मेला, लोग झूल रहे ड्रैगन वाला झूला

Shahpura News, Bhilwara: क्षेत्र में छोटे पुष्कर के नाम से प्रसिद्ध तीर्थ एवं संगम स्थल धानेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा पर एक दिवसीय मेले का आयोजन हुआ. मेले में लगभग अस्सी हजार श्रद्धालुओं ने शिरकत की. वहीं, महिलाओं ने अलसुबह संगम सरोवर मे दीपदान किया. मेले की पूर्व रात्री मे भजन संध्या का आयोजन किया गया,  जिसमें प्रसिद्ध गायिका आकृति मिश्रा भीलवाड़ा ने भजनों की प्रस्तुतियां दी. 

कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को प्रसिद्ध तीर्थ एवं संगम स्थल धानेश्वर मे आयोजित एक दिवसीय मेले में लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने शिरकत की. कार्तिक स्नान करने वाली महिलाओं ने धानेश्वर मे त्रिवेणी संगम स्नान कर दीपदान किया. 

हालांकि चंद्र ग्रहण के कारण ग्रहण काल मे मंदिरों में पट बंद रहे. धानेश्वर मेले में अल सुबह से ही मेलार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया और ग्यारह बजे तक मेला परवान चढ़ने लगा. 

मेले में मेलार्थियों के मनोरंजन के लिए झूले, चकरी, ड्रैगन सहित अन्य संसाधन स्थापित किए गए थे. वहीं, चाट पकौड़ी , मिठाई , मणिहारी सामान सहित अन्य सैकड़ों दुकानें सजाई गई, जिन पर मेलार्थियों की भीड़ लगी रही. 

गौरतलब है कि एक दिवसीय धानेश्वर मेले मे आने वाला हर श्रद्धालु गन्ना लेकर जाता है, जिसके चलते गन्ने की रिकॉर्ड बिक्री होती है. इस बार भी कई ट्रैक्टर-ट्रॉली गन्ना बिका. नारायणधाम आश्रम के महंत शंकरदास त्यागी महाराज ने बताया कि मेले की पूर्व रात्री मे धानेश्वर के जनक महंत स्वर्गीय बाबा नारायणदास त्यागी महाराज की मूर्ति की शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा से मेले का आगाज किया गया. 

स्वर्गीय महंत की शोभायात्रा आश्रम से शुरू होकर यहां स्थापित विभिन्न समाजों के बीस से अधिक मंदिरों के सामने होकर गुजरी. इस दौरान सभी मंदिरों के बाहर बाबा के बैवाण की आरती उतारी गई. इस दौरान शोभायात्रा मे अखाड़ा प्रदर्शन किया गया. वहीं, दूर-दराज से आए कई संत महात्मा मौजूद रहे. 

सोमवार रात में एक भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध गायिका आकृति मिश्रा ने विभिन्न भजनों की प्रस्तुतियां देकर भक्तों को नाचने पर मजबूर कर दिया. स्थानीय पंचायत प्रशासन ने मेले को लेकर मेला ग्राउंड में मेलार्थियों की सुविधाओं के लिए साफ-सफाई पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाओं को अंजाम दिया. 

मेले में ग्राम पंचायत द्वारा अस्थाई दुकानदारों से वसूला जाने वाला टैक्स इस बार नहीं लिया गया. मेले के दौरान शाहपुरा डिप्टी महावीर प्रसाद शर्मा, तहसीलदार बसंतकुमार पांडे, थानाधिकारी दलपतसिंह, उपसरपंच हरिसिंह लामरोड़, ग्राम विकास अधिकारी जगदीश तिवाड़ी सहित अन्य पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. 

विदित हो फूलियाकलां के धानेश्वर में महंत बाबा नारायणदास त्यागी महाराज ने 41 वर्षो तक तपस्या की थी. बाबा के आध्यात्मिक ज्ञान, गुणों के भंडार और तपस्वी चमत्कार के चलते संत के प्रति लोगों की आस्था बढ़ती गई. उनकी सद प्रेरणा से ही यहां विभिन्न समाजों के तीस से अधिक मंदिर एवं शिखर बनवाए गए. महंत त्यागी का संवत 2049 मे देवलोक हो जाने पर ग्रामीणों ने महंत की याद मे नारायणधाम आश्रम का निर्माण करवाया गया. 

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कार्तिक पूर्णिमा पर यहां एक दिवसीय मेला लगता है, जिसमें लगभग एक लाख श्रद्धालु भाग लेते हैं. धानेश्वर में खारी नदी, मानसी नदी एवं एक नाले का संगम होने के चलते इसे त्रिवेणी संगम के नाम से भी जानाा जाता है और यह स्थान छोटे पुष्कर के नाम से भी जाना जाता है. 

Reporter- Dilshad Khan 

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