Bundi News: बूंदी जिले में यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है और विभाग यातायात सुरक्षा सप्ताह मनाकर खानापूर्ति कर रहा है. इन दिनों जिले का परिवहन विभाग और यातायात शाखा होने के बावजूद हालात बदतर हैं.
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Bundi: बूंदी जिले में यातायात व्यवस्था के नाम पर बदहाली दिखाई दे रही है. वहीं विभाग यातायात सुरक्षा सप्ताह मनाकर खानापूर्ति कर रहा है. जिले में जिला परिवहन विभाग और यातायात शाखा होने के बावजूद हालात बद से बदतर हैं. ओवरलोड वाहनों के परिवहन के अलावा दुपहिया वाहनों की फर्राटेदार आवाज है, वह अनियंत्रित रफ्तार को देखते हुए आमजन सड़क पर पैदल चलने में भी डरा हुआ रहता है. साल भर के आंकड़े को देखें तो हर वर्ष हादसों में बढ़ोतरी नजर आती है.
बूंदी जिले की जनसंख्या को देखें तो करीब डेढ़ लाख के पार हो चुकी है. वहीं जिले की जनसंख्या 15 लाख के करीब है. ऐसे में एकमात्र रेड लाइट बूंदी शहर में है यातायात व्यवस्था के नाम पर कोई भी अधिकारी नए कदम नहीं उठाता है. परिवहन विभाग भले ही राजस्व वसूली करने में अव्वल आता हो लेकिन यातायात विभाग भी खानापूर्ति के नाम पर प्रतिदिन वाहन चालकों से चालान काटकर राशि वसूल करता है. हालात यह हैं कि शहर में यातायात की बदहाली देखते ही बनती है. परिवहन विभाग हाईवे पर दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई नहीं करता और जिससे हादसे में बढ़ोतरी हो रही है.
बूंदी जिले में जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन कर खानापूर्ति करता है. हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह के नाम पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को गुमराह कर दिया जाता है. उसके बाद यातायात व्यवस्था की बदहाली देखते ही बनती है. आज 32वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरूआत वाहन जागरूकता रैली से हुई. जिला कलक्टेªट परिसर से जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी और जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने वाहन जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने सुरक्षित वाहन संचालन, यातायाता नियमों की पालना करने और अन्य लोगों को यातायात नियमों की पालना के लिए प्रेरित करने और सड़क दुर्घटना के दौरान घायल व्यक्तियों की मदद करने की शपथ भी दिलाई. वाहन जागरूता रैली शहर के अहिंसा सर्किल, इन्द्रा मार्केट, कोटा रोड़, सब्जी मंडी, खोजागेट होते हुए खेल सकुंल परिसर पर सम्पन्न हुई. इस दौरान आमजन को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के संदेश प्रसारित किए.
बूंदी शहर की हालात को देखें तो शहर में 26 से अधिक यातायात पुलिसकर्मी तैनात है. इनके होने के बावजूद यातायात पुलिसकर्मी शहर से दूर केवल मात्र यातायात नियमों की अवहेलना करने के नाम पर जुर्माना वसूल करते नजर आते हैं शहर में बाईपास रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही और सड़क पर खड़े वाहन 24 घंटे देखे जा सकते हैं. वहीं शहर में सड़कों पर बेहतर पा दोपहिया वाहनों की पार्किंग आमजन के लिए सिरदर्द बनी है यातायात पुलिसकर्मियों के जहां निर्धारित पॉइंट है. वहां पर भी वह नजर नहीं आते हैं ऐसे में दुपहिया वाहन चालकों की हादसों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
Reporter- Sandeep Vyas