Bundi: जिले के नैनवां उपखंड के डोकून पंचायत में घर का पट्टा बनाने कि ऐवज में ग्राम विकास अधिकारी ओर सरपंच पति द्वारा पीड़ित से रिश्वत की मांग की गई थी, जिस पर पीड़ित ने अलग अलग समय में करीब बीस हजार पांच सौ रुपए पहले ही ग्राम विकास अधिकारी ओर सरपंच पति को पट्टा बनाने के लिए दे दिये. लेकिन ग्राम विकास अधिकारी द्वारा पट्टा नहीं बनाया गया.
सरपंच पति के लिए रिश्वत मांगी
वहीं बार बार ग्राम विकास अधिकारी से पट्टा बनाने के लिए कहा तो ग्राम विकास अधिकारी ने फिर से दस हजार रुपए सरपंच पति के लिए रिश्वत मांगी, वहीं रिश्वत के दस हजार रुपए ओर देने पर पट्टा बनाने के लिए राजी हो गया, जिस पर पीड़ित ने कोटा एसीबी टीम को रिपोर्ट देकर कार्यवाही कि मांग की. जिस पर आज ACB टीम ने डोकुन पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी राजेन्द्र बैरागी ओर सरपंच पति को देई कस्बे में सरपंच पति के भाई की मेडिकल की दुकान पर पीड़ित से पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर कार्यवाही को अंजाम दिया गया. वहीं पीड़ित ने बताया की करीब तीन महीने से ग्राम विकास अधिकारी द्वारा मकान का पट्टा बनाने के ऐवज में रिश्वत के लिए परेशान किया जा रहा था.
ACB इंटेलिजेंस कोटा में शिकायत दी थी
ACB एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया परिवादी रमेश मीणा ने 15 सितंबर को ACB इंटेलिजेंस कोटा में शिकायत दी थी. जिसमें बताया कि मकान के पट्टे के लिए ग्राम पंचायत डोकुन में एप्लाई किया था. ग्राम विकास अधिकारी राजेन्द्र ने तीन बार मे कुल 13 हजार 500 रूपए लिए, लेकिन उसके बाद भी पट्टा नहीं बनाया. पट्टे के लिए सरपंच पति अर्जुन से मिला तो उसने 7 हजार मांगे. रुपए देने के बाद 3-4 दिन में पट्टा देने की बात कहीं. उसके बाद भी ग्राम विकास अधिकारी खुद और सरपंच पति के लिए 10 हजार और मांग रहा है, जबकि वो दोनों को कुल 20 हजार 500 रूपए दे चुका.
ACB की टीम ने जाल बिछाया
परिवादी की शिकायत पर 17 सितंबर को गोपनीय सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई. जिसके बाद ACB की टीम ने जाल बिछाया. आरोपी, सरपंच पति के भाई की मेडिकल की दुकान पर बैठे थे, वहां परिवादी से रिश्वत ली. जैसे ही परिवादी ने रिश्वत की रकम उसे दी. ACB ने दोनों को धर दबोचा. टीम ने उनके पास से रिश्वत की 5 हजार की रकम बरामद की. फिलहाल ACB की टीम दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. इस कार्रवाई में चंद्रकवर CI इंटेलिजेंस, रमेश आर्य CI स्पेशल यूनिट किशन लाल नागर उपनिरीक्षक, योगेंद्र सिंह, लालचंद, बबलेश, अभिषेक कांस्टेबल शामिल रहे.
Reporter-Sandeep Vyas