Dholpur News: सरमथुरा में नगर पालिका के सफाई ठेकेदार की अनदेखी की वजह से बड़ तिराहे पर गंदगी के भारी ढेर लगे हुए हैं. इसकी वजह से इलाके के दुकानदारों और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग इसके बारे में कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
Trending Photos
Dholpur, Sarmathura: सरमथुरा कस्बे में नगरपालिका के सफाई ठेकेदार की मनमानी के चलते कस्बे के बड़ तिराहे पर गंदगी के भारी ढेर लगे हुए हैं. गंदगी की वजह से आसपास के दुकानदारों सहित राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जबकि नगरपालिका में कार्यरत सफाई ठेकेदार द्वारा कस्बे में सफाई व्यवस्था के नाम पर लाखों रुपये प्रति माह का भुगतान उठाया जा रहा है, और इस सब के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी आंखें और कान दोनों ही बंद कर के बैठे हुए है. गंदगी से परेशान होकर पार्षदों और कस्बेवासियों ने बड़ चौराहे चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया है.
दुकानदार कान्हा गर्ग ने बताया कि हमारे लाख कोशिशों के बाबजूद सफाई ठेकेदार हमारी समस्या सुनने को तैयार नही है, जबकि यहां रोज सैकड़ो की संख्या में मौजूद रहते है. लगभग 50 दुकाने यहां चौराहे पर मौजूद है फिर भी यहां सफाई की कोई व्यवस्था नही है. कई बार तो यहां जानवर मरने पर 4-5 दिन तक पड़े रहते है. हमने इसकी शिकायत नगरपालिका अधिशासी अधिकारी को कई बार की गई.
लेकिन ईओ द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है. जमीनीस्तर पर नगरपालिका क्षेत्र सफाई व्यवस्था से कोशो दूर है न तो यहां कोई सफाई होती है. नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष सोनू ने बताया कि सफाई ठेकेदार की मनमानी के चलते जगह जगह गंदगी के ढेर बने हुए हैं. इसकी शिकायत नगरपालिका प्रशासन से की जा चुकी है, लेकिन इस बारे में कहीं से कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
सफाई के ठेके पर प्रतिमाह लगभग 11 लाख रुपये सफाई ठेकेदार को दिए जा रहे हैं. ठेकेदार की मनमानी के चलते बस्ती से बाहर महाकालेश्वर मन्दिर के पास डम्पिंग यार्ड होते हुए भी कस्वे के मध्य गोविंद देव डम्पिंग पॉइंट बना दिया गया है. इसके साथ ठेकेदार द्वारा पहुंचाए जा रहे सरकारी नुकसान को सहन नहीं किया जाएगा. वहीं नेता प्रतिपक्ष सोनू शर्मा चरोरे ने चेताया कि अगर जल्द ही कस्बे में पूर्ण सफाई नहीं होती है तो हम अनिश्चित कालीन धरने पर बैठेंगे. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष सोनू चरोरे, पार्षद प्रतिनिधि मसलुद्दीन खान , कान्हा गर्ग सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें- कंबोडिया में लोगों को कृत्रिम अंग दे कर 'जयपुर फुट' बन रहा पीड़ितों का सहारा