Jaipur: कंबोडिया में लोगों को कृत्रिम अंग दे कर 'जयपुर फुट' बन रहा पीड़ितों का सहारा
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Jaipur: कंबोडिया में लोगों को कृत्रिम अंग दे कर 'जयपुर फुट' बन रहा पीड़ितों का सहारा

Jaipur News: कंबोडिया में विदेश मंत्रालय के सहयोग से जयपुर फुट ने शिविर शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति  शिविर में कृत्रिम अंग लगाने का काम भारतीय दूतावास के सहयोग से कर रही है. 

 

Jaipur: कंबोडिया में लोगों को कृत्रिम अंग दे कर 'जयपुर फुट' बन रहा पीड़ितों का सहारा

Jaipur: कंबोडिया में विदेश मंत्रालय (foreign Ministry) के सहयोग से विश्व प्रसिद्ध जयपुर फुट (Jaipur Foot) का शिविर बान्तीए भीनचे राज्य में शुरू हुआ.भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति  इस शिविर में कृत्रिम अंग लगाने का कार्य भारतीय दूतावास के सहयोग से कर रही है. कंबोडिया में गृह युद्ध के कारण लैण्ड माइन से बड़ी संख्या में वहां के नागरिक अपने अंग गंवा चुके थे. 

ऐसे ही दिव्यांगों को जयपुर फुट लगाकर उन्हें चलने-फिरने योग्य बनाने के लिए इस विशेष शिविर का आयोजन विदेश मंत्रालय की पहल से शुरू हुआ. कंबोडिया माइन एक्शन विकटिम एसिसटेन्स एथारिटी (सीएमएए) के उपाध्यक्ष फूम सोफा कमोकाल, बान्तीए मीनचे प्रान्त के गवर्नर उम रियातया, कंबोडिया स्थित भारतीय राजदूत डॉ. देव्यानी खोबर गडे और बीएमवीएसएस के प्रतिनिधि के रूप में कार्यकारी अध्यक्ष सतीश मेहता शिविर के उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे.

उपाध्यक्ष सोफाकमोकाल ने कंबोडिया के दिव्यांगों के पुर्नवास के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारत सरकार और बीएमवीएसएस का यह सहयोग सराहनीय है. कंबोडिया में लैण्ड माइन ब्लास्ट और अन्य कारणों से अपने अंग गंवा चुके ऐसे लोगों की संख्या बहुत बड़ी हैं.

ऐसे दिव्यांगों के पुर्नवास के लिए जहां भारत का सहयोग प्रशंसनीय हैं, लेकिन अधिक से अधिक दिव्यांगों के पुर्नवास के लिए ऐसे ही और शिविर लगाने की भी आवश्यकता है. बान्तीए मीनचे राज्य के गवर्नर रियातथा ने बीएमबीएसएस के सहयोग से एक स्थाई पुर्नवास केन्द्र स्थापित करने का आग्रह किया.

राजदूत डॉ. देवयानी खोबरगेड ने कहा कि कंबोडिया के बीच सांस्कृतिक स्तर पर आपसी रिश्ते बहुत पुराने हैं. डॉ. खोबर गडे ने कहा कि कंबोडिया से धार्मिक स्तर पर भी भारत सदियों से जुड़ा हुआ हैं.राजदूत ने कहा कि भारत और कंबोडिया के बीच आपसी सौहार्द और मित्रता के कारण ही इस तरह के शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें 600 दिव्यांगों को लाभान्वित किया जाएगा. 

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