डूंगरपुर जिले में बालश्रम रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत शुक्रवार को सृष्टि सेवा संस्थान, चाइल्ड लाइन ओर मानव तस्करी निरोधक यूनिट की संयुक्त टीम ने सीमलवाड़ा कस्बे में कार्रवाई की है. टीम
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Chorasi: डूंगरपुर जिले में बालश्रम रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत शुक्रवार को सृष्टि सेवा संस्थान, चाइल्ड लाइन ओर मानव तस्करी निरोधक यूनिट की संयुक्त टीम ने सीमलवाड़ा कस्बे में कार्रवाई की है. टीम ने कस्बे में अलग-अलग दुकानों पर काम करते हुए, 4 बालश्रमिकों को मुक्त कराया है. मुक्त हुए बालश्रमिकों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया. जहां से सीडब्ल्यूसी ने बालश्रमिकों को सम्प्रेषण गृह भेजने के निर्देश दिए है. वहीं, नियोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भी निर्देश दिए है.
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बता दें कि. डूंगरपुर जिले में मानव तस्करी निरोधी यूनिट के हेड कांस्टेबल बलदेवसिंह ने बताया कि, उन्हें सीमलवाड़ा कस्बे में विभिन्न प्रतिष्ठानों पर बाल श्रम होने की सूचना मिली थी.जिस पर चाइल्ड लाइन , सृष्टि सेवा संस्थान और मानव तस्करी निरोधी यूनिट की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की. टीम ने सीमलवाड़ा कस्बे में जोधपुर मिष्ठान भंडार, नेशनल शूज स्टोर, श्रीनाथ मेटल्स और भैरवनाथ ऑटो गैरेज से एक-एक बालश्रमिक को मुक्त करवाया.
आगे हेड कांस्टेबल ने बताया कि, 4 में से 2 बालश्रमिक मजदूरी के साथ पढ़ाई भी कर रहे है. वहीं अन्य दो बालश्रमिक कभी भी स्कूल नहीं गए. तथा बेहद कम मानदेय पर मजदूरी कर रहे थे. बच्चों को काउंसलिंग के बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें बाल संप्रेषण गृह भेजने के आदेश हुए . बलदेव सिंह ने बताया कि. सभी बच्चों के अभिभावकों को सूचना दे दी गई है और अभिभावकों के आने के बाद उनसे काउंसलिंग कर बच्चों से मजदूरी नहीं करवाने तथा उन्हें स्कूल भेजने के लिए पाबंद किया जाएगा.
Reporter: Akhilesh Sharma
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