राजस्थान में आदिवासियों के महाकुंभ का आगाज, अगले 10 दिन ऐसे आस्था की धूम में डूबा रहेगा डूंगरपुर
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राजस्थान में आदिवासियों के महाकुंभ का आगाज, अगले 10 दिन ऐसे आस्था की धूम में डूबा रहेगा डूंगरपुर

डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर धाम पर आदिवासियों का महाकुम्भ कहे जाने वाले राष्ट्रीय बेणेश्वर मेले का आज से आगाज हो गया है. बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज ने राधा-कृष्ण मंदिर पर सप्तरंगी ध्वजा फहराते हुए 10 दिवसीय मेले का आगाज किया.

राजस्थान में आदिवासियों के महाकुंभ का आगाज, अगले 10 दिन ऐसे आस्था की धूम में डूबा रहेगा डूंगरपुर

Dungerpur News : डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर धाम पर आदिवासियों का महाकुम्भ कहे जाने वाले राष्ट्रीय बेणेश्वर मेले का आज से आगाज हो गया है. बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज ने राधा-कृष्ण मंदिर पर सप्तरंगी ध्वजा फहराते हुए 10 दिवसीय मेले का आगाज किया. इधर बेणेश्वर मेले के तहत जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन होगा वही टीएडी विभाग की ओर से विभिन्न खेलकूद व अन्य प्रतियोगिताओ का आयोजन हुआ. 5 फरवरी को मुख्य मेला भरेगा. जिसमे लाखो की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे.

डूंगरपुर जिले में   सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम बेणेश्वर धाम पर आज बुधवार को आदिवासियों का महाकुंभ कहे जाना वाला बेणेश्वर मेला शुरू हो गया. बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज ने राधा कृष्ण मंदिर में पूजा अर्चना के बाद सतरंगी ध्वजा की आम्रपल्लव के साथ पूजा की. इसके बाद ढोल नगाड़ों और संत मावजी महाराज की वाणियो के साथ मंदिर पर ध्वजा फहराई. ध्वजारोहण के साथ ही बेणेश्वर मेले का आगाज हुआ और संत मावजी महाराज के जयकारे गूंज उठे. बेणेश्वर मेले को लेकर पहले दिन से ही श्रद्धालुओ की भारी भीड़ नजर आई. साबला, वालाई और बेणेश्वर धाम के पुलिया पर हजारों श्रद्धालूओ की भी रही. सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम में लोगो ने पवित्र डुबकी लगाई. सालभर में परिवार में मृत लोगो की अस्थियों का त्रिवेणी संगम में विसर्जन कर तर्पण अर्पण किया. धाम पर मंदिरों में दर्शनों के लिए भक्तो की भारी भीड़ रही. राधा कृष्ण मंदिर, शिव मंदिर, ब्रह्माजी मंदिर और वाल्मिकी मंदिर में दर्शनों के बाद लोगो में मेले का लुत्फ उठाया. मेले में मनोरंजन के झूले समेत कई तरह के साधन लगे है. वही 1 हजार से ज्यादा छोटी मोटी दुकानों पर भी श्रद्धालुओ ने खरीदारी की.

5 फरवरी को पालकी यात्रा और शाही स्नान रहेंगे आकर्षण

बेणेश्वर मेले के तहत माघ पूर्णिमा के दिन 5 फरवरी को मुख्य मेला भरेगा. इसी दिन महंत अच्युतानंद महाराज की पालकी यात्रा निकाली जाएगी. साबला हरी मंदिर से पालकी यात्रा 5 किमी दूर बेणेश्वर धाम पहुचेगी. बेणेश्वर आबुदर्रघाट पर महंत अच्युतानंद महाराज के साथ हजारों माव भक्त शाही स्नान कर डुबकी लगाएंगे. शाही स्नान और पालकी यात्रा के दर्शनों के लिए बड़ी भीड़ लगेगी.
 सुरक्षा में लगे 800से ज्यादा पुलिसकर्मी, नाइट विजन के 40 कैमरे बेणेश्वर मेले में सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए है. मेले में 800 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. ये पुलिसकर्मी साबला, वालाई और बांसवाड़ा पुलिया के रास्ते से लेकर बेणेश्वर धाम पर जगह जगह तैनात किये गए है. पुलिस की ओर से 17 चैकिंग पॉइंट बनाए है. वही बेणेश्वर धाम पर सभी खास जगहों पर 40से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों भी लगाए गए है.

नाइट विजन के इन केमरो से रात के समय भी नजर रख सकेंगे. वही मेले में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर ट्रैफिक कर्मियों को लगाया गया है.

 मेले के दौरान होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेल

डूंगरपुर जिले के साबला उपखंड अधिकारी  दिनेश कुमार  ने बताया कि बेणेश्वर मेले के दौरान जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से कई संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इसके साथ टीएडी व खेल विभाग की ओर से  कई खेलकूद प्रतियोगिताये भी आयोजित होंगी. जिसमे  पुरुष और महिला वर्ग की एथलेटिक्स, सितोलिया प्रतियोगिता होगी. जबकि तीरंदाजी, वालीबॉल, रस्साकसी महिलाओं की मटका दौड़, भजन मंडली, साफा बांधो प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेगी. प्रतियोगिता में जितने वाले को ईनाम मिलेगा.

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