गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जितनी वैक्सीन राज्य में खराब हुई हैं, उनसे तो 10 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो सकता था.
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Jaipur: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश में वैक्सीन की डोज खराब होने को लेकर राजस्थान सरकार पर सवाल उठाए हैं. शेखावत ने कहा कि वैक्सीन मैनेजमेंट में राजस्थान की कांग्रेस सरकार पूरी तरह नाकाम दिख रही है. शेखावत ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लगातार जनता का दर्द बढ़ा रही है.
सरकार चलेगी पांच साल?
प्रदेश में मौजूदा सरकार पांच साल चलेगी या नहीं? इस सवाल पर शेखावत ने कहा कि वे न तो भविष्यवक्ता हैं और न ही भविष्यवाणी में विश्वास करते हैं. शेखावत ने कहा कि पहले दिन से यह सरकार विग्रह की शिकार है. मनभेद और मतभेद में उलझी है.
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'ईश्वर गहलोत सरकार को सद्बुद्धि दे'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनता के काम करने से ज्यादा इसे अपने अस्तित्व को बनाए रखने में रुचि है. शेखावत ने कहा कि जब तक भी यह सरकार चलेगी, तब तक राज्य के लोगों का दर्द ही बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि गरीब, महिला, किसान, बेरोजगार, युवा इस सरकार से खुश नहीं है. उन्होंने कहा कि भगवान इस सरकार को सद्बुद्धि दे तो जनता का दर्द थोड़ा कम हो.
सस्ती लोकप्रियता के लिए छेड़ा ग्लोबल टेंडर का शिगूफा
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने राजस्थान में 11.5 लाख कोविड वैक्सीन की बर्बादी पर अशोक गहलोत सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. शेखावत ने कहा कि जितनी वैक्सीन राज्य में खराब हुई हैं, उनसे तो 10 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो सकता था. उन्होंने गहलोत सरकार पर ग्लोबल टेंडर के नाम पर सस्ती लोकप्रियता के लिए शिगूफा छेड़ने का आरोप भी लगाया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सबसे पहले राजस्थान के मुखिया ने आगे बढ़कर कहा था कि केंद्र उन्हें अनुमति दें, तो वे 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन स्वयं लगा लेंगे. फिर ग्लोबल टेंडर का नाटक किया. जब इसमें सफल नहीं हुए तो केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ रहे हैं, जबकि राज्य में कूड़े में वैक्सीन फेंकने की खबरें आ रही हैं.
केरल से सीखे राजस्थान
केरल का उदाहरण देते हुए शेखावत ने कहा कि इस राज्य ने वैक्सीनेशन में अच्छा काम किया है. यहां बेहद कम डोज बर्बाद हुई हैं. राजस्थान को इनसे सीखने की जरूरत है.
जनसंख्या के हिसाब से टीका का वितरण
वैक्सीन की उपलब्धता के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर प्रोटोकॉल तय किया है और पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है. वैक्सीन देने में भेदभाव के आरोपों को नकारते हुए शेखावत ने कहा कि जनसंख्या और प्रदर्शन के अनुसार राज्यों को वैक्सीन दी जा रही है. बाहर की कंपनियों को भी देश में वैक्सीन बनाने की अनुमति दी गई है.
दिसंबर तक सबको लगेगा टीका
शेखावत ने कहा कि जैसे-जैसे वैक्सीन का उत्पादन बढ़ेगा, वैक्सीनेशन की चुनौती खत्म हो जाएगी. उन्होनें बताया कि अगस्त तक 30 करोड़ वैक्सीन और उपलब्ध होंगी. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि दिसंबर तक देश के प्रत्येक नागरिक का वैक्सीन करा लिया जाएगा.
21 करोड़ लगा टीका का डोज
विपक्ष पर सवाल उठाते हुए शेखावत ने कहा कि अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाला देश भारत है. 21 करोड़ वैक्सीन डोज हमारे यहां लग चुकी हैं. उन्होंने पूछा कि 135 करोड़ आबादी को कौन सा देश इतनी कम अवधि में वैक्सीन लगा सकता है?
भीलवाड़ा-रामगंज मॉडल का क्या हुआ?
शेखावत ने राजस्थान में कोरोना की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब भीलवाड़ा और रामगंज मॉडल का क्या हुआ? शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों पर टिप्पणी करते हुए शेखावत ने कहा कि शिक्षा मंत्री की जगह चिकित्सा मंत्री सवाल करते तो ठीक रहता. बेहतर तो यही है कि शिक्षा मंत्री शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान दें.
वेंटिलेटर राजस्थान में ही खराब क्यों?
खराब वेंटिलेटर्स के सवाल पर शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्यों से पूछा था कि कहां कितने वेंटिलेटर बेड्स हैं और कितने बेड्स की जरूरत है? उसी के बाद पीएम केयर से 70 हजार वेंटिलेटर्स राज्यों को दिए गए, जिनमें से 1900 वेंटिलेटर राजस्थान को मिले. उन्होंने कहा कि बाकी राज्यों में जो वेंटिलेटर्स सही चले, वो यहां कैसे खराब हो गए?
शेखावत ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि भरतपुर में सरकार ने खुद प्राइवेट हॉस्पिटल को वेंटिलेटर किराए पर दे दिए. शेखावत ने कहा कि वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनी की तकनीकी टीम ने जब जांच की तो पता चला कि कहीं ऑक्सीजन की लाइन ठीक नहीं थी, तो कहीं फिटिंग ही ठीक नहीं की गई थी.
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उन्होंने कहा कि केवल पीएम केयर फंड पर सवाल उठाने और अपनी विफलता को छुपाने के लिए ऐसा किया गया. अब तो सरकार ने हाईकोर्ट में कहा है कि उन्हें जबर्दस्ती वेंटिलेटर्स दिये गए हैं.
'राहुल गांधी-कांग्रेस देश से मांगे माफी'
शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन को लेकर दूरदर्शिता दिखाई. पिछले साल अप्रैल में जब देश में कुछ हजार केस ही थे, तब वैक्सीन डेवलपमेंट की दिशा में देश को आगे बढ़ाया. लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पी. चिदंबरम, जयराम रमेश, कैप्टन अरमिंदर सिंह समेत दूसरे कांग्रेसी नेता देश के वैज्ञानिकों की बनाई वैक्सीन पर सवाल उठाते रहे. शेखावत ने कहा कि इन नेताओं को अपने बयान और गलत आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.